देश की खबरें | डीडीएमए ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर चरणबद्ध कार्य योजना को मंजूरी दी

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नयी दिल्ली, नौ जुलाई कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने शुक्रवार को एक कलर-कोडिड प्रतिक्रिया कार्य योजना को मंजूरी दी, जिसके तहत यहां कोविड​​-19 स्थिति की गंभीरता के अनुसार प्रतिबंधों को लागू किया जाएगा।

उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई डीडीएमए की बैठक में, विशेषज्ञों ने शहर में मामलों में एक और उछाल से निपटने के लिए 12,000 आईसीयू बेड, पर्याप्त ऑक्सीजन, दवाएं और एम्बुलेंस की उपलब्धता पर जोर दिया।

बैठक में शामिल होने वालों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल, आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव, एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया, दिल्ली पुलिस आयुक्त बालाजी श्रीवास्तव और केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के अधिकारी शामिल थे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘आज डीडीएमए की बैठक में 'ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान' पास किया गया। कब लॉकडाउन लगेगा और कब क्या खुलेगा, इसे लेकर अब संशय की स्थिति नहीं रहेगी। बैठक में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप को लेकर भी बात हुई। इस स्वरूप को हमें दिल्ली में फैलने से रोकना है जिसके लिए सरकार हर ज़रूरी कदम उठा रही है।’’

बैठक में मौजूद एक विशेषज्ञ ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य विभाग और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के विस्तृत विचार-विमर्श और प्रस्तुतियों के बाद, चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) को अधिसूचित करने का निर्णय लिया गया, जो जांच, संक्रमण दर और मामलों की संख्या जैसे मानदंडों के आधार पर निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से उपायों के क्रियान्वयन, लॉकडाउन और अनलॉक के संबंध में एक संस्थागत और स्वचालित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगा।’’

इस मामले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि बैठक में वायरस के नए स्वरुप और टीकाकरण आदि मुद्दों पर चर्चा हुई।

एक अन्य सूत्र ने बताया, ‘‘बैठक में कोरोना वायरस के नये स्वरूपों जैसे ‘डेल्टा प्लस और लैम्बडा’ स्वरूपों और इनकी वजह से उत्पन्न चिंताओं पर विस्तार से चर्चा हुई। वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए टीकाकरण, जीनोम श्रृंखला का पता लगाना, जांच करना, संक्रमितों के संपर्क में आने वालों का पता लगाना और निगरानी को सबसे प्रभावी कदम माना गया।’’

उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में पर्यटन स्थलों की यात्रा करने वाले और कोविड से संबंधित दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले लोगों को लेकर भी चिंता जतायी गई।

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे देश के विभिन्न राज्यों में सामने आ रहे कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस’ सहित अन्य सभी नये स्वरुपों के प्रति सचेत रहें।

सूत्रों ने बताया कि बैजल ने बाजारों में लग रही भीड़ को लेकर भी चिंता जतायी है। उन्होंने अधिकारियों से ऐसी जगहों पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा है ताकि इन्हें सुपर-स्प्रेडर में बदलने से रोका जा सके।

दिल्ली सरकार की एक समिति ने कोविड की संभावित तीसरी लहर से निबटने के लिए रंगों के कोड की प्रणाली तैयार की है जो चरणबद्ध प्रतिक्रिया के कदम सुझाएगी, मसलन उच्चतम अलर्ट वाले ‘लाल’ स्तर पर ज्यादातर आर्थिक गतिविधियों को बंद कर देना।

अलर्ट के चार विविध स्तर ‘कलर कोड’ के जरिए बताए जाएंगे जिनमें लगातार दो दिन की संक्रमण दर, एक हफ्ते में संक्रमण के कुल नए मामले और एक हफ्ते में औसतन कितने ऑक्सीजन बेड भरे, इन आधारों पर फैसला लिया जाएगा।

चरणबद्ध कदमों में वैश्विक महामारी की गंभीरता के आधार पर अलर्ट के स्तर के मुताबिक आर्थिक गतिविधियां रोकना शामिल है। अलर्ट के सभी चार स्तर में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान खुल सकेंगे एवं आवश्यक सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहेंगी।

कृष्ण

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