कमजोर मांग से कच्चा तेल वायदा में गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मई डिलिवरी वाले कच्चे तेल की कीमत 193 रुपये यानी 10.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,579 रुपये प्रति बैरल रह गई। इसमें 16,765 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
नयी दिल्ली, 21 अप्रैल हाजिर बाजार में मांग काफी कमजोर पड़ने से सटोरियों ने अपने सौदों कम कर दिये जिससे मंगलवार को वायदा कारोबार में कच्चा तेल 10.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,579 रुपये प्रति बैरल रह गया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मई डिलिवरी वाले कच्चे तेल की कीमत 193 रुपये यानी 10.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,579 रुपये प्रति बैरल रह गई। इसमें 16,765 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
वहीं, कच्चा तेल जून डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 195 रुपये यानी नौ प्रतिशत गिरकर 1,972 रुपये प्रति बैरल रह गई। इसमें 1,306 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि सटोरियों के अपने सौदों की तीखी कटाने के चलते कच्चे तेल की वायदा कीमतों में गिरावट रही।
कल रात, कोविड-19 महामारी के कारण मांग में आई अभूतपूर्व गिरावट की वजह से वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) कच्चा तेल के मई 2020 अनुबंध में भारी गिरावट आई थी। कल रात एक समय डब्ल्यूटीआई कच्चा तेल मई वायदा शून्य से नीचे 37.63 डालर प्रति बैरल के अप्रत्याशित निम्न स्तर पर चला गया था। मंगलवार को इस गिरावट में थोड़ा सुधार हुआ।
कोरोना महामारी के चलते दुनियाभर के कई देशों में लॉकडाउन जारी है। सड़कों पर वाहन, रेल, हवाई जहाज सब कुछ बंद है। ऐसे में मांग नहीं है और दुनिया के कई देशों में तेल के भंडार जो बनाये गये हैं उनमें भी स्टॉक तेजी से भरने लगा है। ऐसे में यह आशंका बढ़ गई थी कि अगले महीने तेल की मांग नाममात्र की ही रह जायेगी। इससे वायदा में भारी गिरावट आ गई। हालांकि, मंगलवार को डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल का मई वायदा भाव सुधार कर शून्य से 0.29 डालर प्रति बैरल नीचे बोला गया।
इस बीच न्यूयार्क में ब्रेंट क्रूड के जून अनुबंध की कीमत 11.61 प्रतिशत घटकर 22.55 डॉलर प्रति बैरल रही।
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