जरुरी जानकारी | सहकारिता आंदोलन ने भारतीय सामाजिक-अर्थव्यवस्था में जबरदस्त परिवर्तन लाया: ओम बिरला
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को देश में सहकारी संस्थाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सहकारी आंदोलन ने राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन को गति दी है।
कोटा, आठ सितंबर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को देश में सहकारी संस्थाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सहकारी आंदोलन ने राष्ट्र के सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन को गति दी है।
कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से सांसद बिरला रविवार को हितकारी सहकारी शिक्षण समिति के वार्षिक अधिवेशन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर बिरला ने समिति के वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित भी किया।
बिरला ने कहा, "देश में सहकारिता आंदोलन ने सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में व्यापक परिवर्तन लाया है।"
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन अद्वितीय है, क्योंकि यह न केवल लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करता है, बल्कि उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थितियों में भी व्यापक परिवर्तन लाता है।
उन्होंने कहा कि यह एक उत्कृष्ट जन आंदोलन है, जिसमें सभी व्यक्ति एकजुट होकर काम करते हैं और जिसके माध्यम से हम सामाजिक-आर्थिक बदलाव के एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं।
बिरला ने कहा, "चाहे किसान हों, मत्स्यपालन हो, पशुपालन हो, डेयरी हो, लघु बचत हो या स्वयं सहायता समूह हो, ये सभी सहकारी आंदोलन की अमूल्य शाखाएं हैं, जिन्होंने सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाने में अपनी अपार क्षमता का स्पष्ट प्रदर्शन किया है।"
इस मौके पर राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, विधायक संदीप शर्मा, हितकारी शिक्षण समिति के अध्यक्ष सूरज बिरला, हरि कृष्ण बिरला, राजेश बिरला सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्य एवं सहयोगी उपस्थित थे।
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