देश की खबरें | कांग्रेस ने दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर आप सरकार पर निशाना साधा
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. कोविड-19 महामारी के बीच दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि यह सरकार जमीनी स्तर पर कार्य करने में विफल में रहने के बावजूद प्रचार और विज्ञापन करने में लगी हुई है।
नयी दिल्ली, 28 नवम्बर कोविड-19 महामारी के बीच दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि यह सरकार जमीनी स्तर पर कार्य करने में विफल में रहने के बावजूद प्रचार और विज्ञापन करने में लगी हुई है।
पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में आंकड़ों के हवाले से दावा किया कि आप सरकार शहर में एक भी नया अस्पताल खोलने में विफल रही है।
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खेड़ा ने कहा, ‘‘यह एक ऐसी सरकार है जो प्रचार और विज्ञापन पर काम करती है। जमीनी हकीकत यह है कि कोरोना वायरस महामारी जैसे संकट के समय इस सरकार का असली चेहरा उजागर हो गया है।’’
दिल्ली में सत्तारूढ़ आप से इस संबंध में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।
खेड़ा ने कोविड-19 के खिलाफ टीकों के विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा करने के लिए तीन शहरों के दौरे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा और दावा किया कि सब कुछ ‘‘इवेंट मैनेजमेंट’’ में बदल गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार की स्पष्ट नीति होनी चाहिए कि वह विभिन्न श्रेणियों के बीच टीके को कब और कैसे आवंटित करेगी जैसा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जानना चाहा है। पहले इस पर काम किया जाना चाहिए, प्रचार बाद में भी हो सकता है।’’
सत्तारूढ़ आप सरकार पर निशाना साधते हुए खेड़ा ने आरोप लगाया कि चुनाव घोषणा पत्र में 30 हजार बिस्तरों का वादा किया गया था लेकिन पांच साल से अधिक के कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों में केवल 776 बिस्तरों को जोड़ा गया है। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने एक भी नया अस्पताल नहीं खोला।
उन्होंने दावा किया कि आप सरकार ने एक हजार मोहल्ला क्लीनिकों के निर्माण का वादा किया था लेकिन इस समय ऐसे लगभग 200 क्लीनिक ही चल रहे है।
उन्होंने कहा, ‘‘ दिल्ली सरकार जमीनी स्तर पर काम करने में विफल रही है और दिल्ली के लोग उनकी गलतियों के परिणामों को भुगत रहे हैं।’’
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