देश की खबरें | कांग्रेस को लोकसभा में शिवसेना (यूबीटी) के योगदान को जानना चाहिए : राउत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की अटकलों के बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि सहयोगी कांग्रेस को समझना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में उसके संख्याबल में हुई वृद्धि में उनकी पार्टी का योगदान है।

मुंबई, 20 सितंबर महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की अटकलों के बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि सहयोगी कांग्रेस को समझना चाहिए कि लोकसभा चुनाव में उसके संख्याबल में हुई वृद्धि में उनकी पार्टी का योगदान है।

राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता अगर मानते हैं कि वे गठबंधन में बड़े भाई हैं तो उनके लिए यह सही नहीं है कि वे हमारी पार्टी की भूमिका को भूल जाएं।

राउत ने यह टिप्पणी कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट के उस बयान के एक दिन बाद की जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा।

एमवीए में शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के अलावा शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) शामिल है। गठबंधन ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट में से 31 पर जीत हासिल की जबकि सत्तारूढ़ ‘महायुति’ को केवल 17 सीट ही मिल पाईं।

राउत ने कहा,‘‘ कांग्रेस को उसकी सीट में वृद्धि के लिए शिवसेना (यूबीटी) के योगदान का अध्ययन करना चाहिए।’’

राउत ने कहा कि 2019 में अविभाजित शिवसेना द्वारा जीती गई कोल्हापुर, रामटेक और अमरावती लोकसभा सीट उसने कांग्रेस को दी जिनपर उसने सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी तीन सीट हमारी वजह से बढ़ी। यह उचित नहीं है कि वे यह भूल गये हैं या भूलना चाहते हैं।’’

कांग्रेस विधायक दल के नेता थोराट ने राउत की टिप्पणी को नजर अंदाज करते हुए कहा कि एमवीए की सीट एक दूसरे की वजह से बढ़ी।

शिवसेना (यूबीटी) की वजह से कांग्रेस की तीन सीट बढ़ने संबंधी राउत की टिप्पणी पर सवाल करने पर थोराट ने कहा, ‘‘हम इसपर एमवीए के मंच पर चर्चा करसकते हैं।’’

महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पाटोले ने राउत के दावे को खारिज करते हुए कहा कि शिवसेना (यूबीटी) नेता पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री पद पर फैसला चुनाव के बाद वरिष्ठ नेता करेंगे।’’ पटोले ने कहा कि एमवीए आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ेगा और सीट बंटवारे को लेकर कोई असहमति नहीं है।

इस बीच, राकांपा (एसपी) नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि एमवीए सहयोगियों को चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के बारे में बात करने से बचना चाहिए।

महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव नवंबर के मध्य में होने की संभावना है।

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