देश की खबरें | कांग्रेस ने ईस्ट इंडिया कंपनी की भ्रष्ट विरासत को आगे बढ़ाया है : कुमारस्वामी

बेंगलुरु, चार अगस्त कर्नाटक की कांग्रेस नीत सरकार में भ्रष्टाचार की गहरी पैठ होने का आरोप लगाते हुए जदएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने शुक्रवार को कहा कि एक मंत्री ने अपने विभाग के ठेकेदारों से ‘‘कुछ तय प्रतिशत’’ मांगे हैं जबकि बेंगलुरु विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अधिकारियों से ‘‘दिल्ली भेजने के लिए’’ 250 करोड़ रुपये जुटाने को कहा गया है।

परिवार के साथ यूरोप यात्रा से बेंगलुरु लौटने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार पर भी निशाना साधा और कहा कि संभवत: उन्हें पता है कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी, इसलिए ऐसा दावा किया है। शिवकुमार ने दावा किया था कि प्रदेश की कांग्रेस नीत सरकार को गिराने के लिए सिंगापुर में षड्यंत्र किया जा रहा है।

कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘कुछ ही दिनों पहले, एक विभाग में मंत्री ने ठेकेदारों से कुछ तय प्रतिशत (राशि) देने को कहा, मुझे अपनी यूरोप यात्रा के दौरान यह सूचना मिली। मांग के बारे में पता चलने के बाद जब ठेकेदारों के संगठन ने मंत्री से मिलने का प्रयास किया तो, मंत्री के कार्यालय के दो-तीन एजेंटों ने उनसे कहा कि अगर उनके पास पैसा है तो वह अंदर जा सकते हैं।’’

बृहस्पतिवार देर रात हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में राज्य मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों की दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से मुलाकात के संदर्भ में कुमारस्वामी ने सवाल किया, ‘‘क्या दिल्ली में राहुल गांधी से मिलने जाने से पहले भ्रष्टाचार पर चर्चा करने वाले ऐसे लोग भ्रष्टाचार बंद कर देंगे और पारदर्शी प्रशासन लाएंगे?’’

कांग्रेस की भ्रष्टाचार विरोधी छवि सिर्फ बाहरी दुनिया के समक्ष दिखावे के लिए होने की बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘अगर मैं आपको कांग्रेस की सच्ची कहानी बताऊं तो, वह पार्टी वसूली करने के लिए है।’’

ईस्ट इंडिया कंपनी हमें छोड़ गई लेकिन जाने से पहले देश का प्रशासन कांग्रेस के हाथों में सौंप दिया और वह पार्टी ईस्ट इंडिया कंपनी की भ्रष्ट विरासत को आगे बढ़ा रही है।

सत्ता में आने के महज दो महीने में ही कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार जड़ें जमा चुका है, उन्होंने कहा, ‘‘बीडीए अधिकारियों ने मुझे बताया है कि उनसे 250 करोड़ रुपये एकत्र करने को कहा गया है ताकि उसे दिल्ली भेजा जा सके और उन्हें सूची दी जाएगी।’’

यह बताने पर कि शिवकुमार बीडीए के प्रभारी हैं, जिसपर वे भ्रष्टाचार का आरोप लगा चुके हैं, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने उसे (विभाग को) इसी कारण से लिया है.... (बेंगलुरु को) सिंगापुर बनाएंगे।’’

यूरोप यात्रा पर होने के बावजूद राज्य में रोजाना की घटनाओं पर नजर रख रहे कुमारस्वामी ने कहा कि पुलिस विभाग में जिस प्रकार से तबादले हुए हैं, उससे बल की छवि खराब होगी।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप पुलिस अधिकारियों को इस स्तर पर ले आएंगे तो, वे आम जनता को किस हद तक सुरक्षा मुहैया कराएंगे?’’

किसी का नाम लिए बगैर कुमारस्वामी ने दावा किया कि पुलिस विभाग में तबादले को लेकर जब वरिष्ठ अधिकारियों की गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई तो वहां कुछ ‘वाईएसटी टैक्स’ के लोग मौजूद थे।

मौजूदा सरकार के कामकाज के तरीकों की आलोचना करते हुए जदएस नेता ने कहा कि अब उसने सभी तबादलों को रोक दिया है।

कुमारस्वामी राज्य में 211 पुलिस निरीक्षकों के तबादले के एक दिन बाद ही अगले आदेश तक रोक कर रखने के आदेश का हवाला दे रहे थे।

खबरों के अनुसार, पार्टी के कुछ नेताओं और विधायकों की नाराजगी के बाद तबादले के फैसले पर रोक लगायी गई।

यह रेखांकित करते हुए कि उनकी यूरोप रवानगी के बाद शिवकुमार ने दावा किया था कि सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है, जदएस नेता ने कहा, ‘‘यह दिखाता है कि हमारा खुफिया विभाग कितना काम कर रहा है। उस रात मैं अपने भाइयों, बहनों और पूरे परिवार के साथ 15 दिन की यूरोप यात्रा पर रवाना हुआ, लेकिन सुबह में ऐसे हालात पैदा किए गए कि मैं सिंगापुर में सरकार गिराने का प्रयास कर रहा हूं।’’ उन्होंने कहा, महज 19 सीटें जीतने के बावजूद यह कांग्रेस में उनके (जदएस) डर को दिखाता है।

शिवकुमार ने ऐसा कहा होगा क्योंकि संभवत: उन्हें पता है कि यह सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘वह (शिवकुमार) हमने ज्यादा ज्योतिष में विश्वास रखते हैं। वह ज्योतिष की मदद से अलग-अलग बातें पैदा करते हैं। चुनाव के दौरान इससे उन्हें कृत्रिम ताकत मिली... लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि यह कृत्रिम ताकत ज्यादा दिन नहीं चलेगी, इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं।’’

भाजपा के वरिष्ठ नेता बी. एस. येदियुरप्पा के भी उनकी यूरोप यात्रा के दौरान विदेश यात्रा पर जाने के संबंध में सवाल करने पर कुमारस्वामी ने कहा कि हो सकता है कि वह अपने परिवार के साथ गए हों और जानना चाहा कि इसका राजनीतिकरण क्यों किया जाना चाहिए।

भाजपा के साथ ‘मैत्रीपूर्ण संबंध’ होने को स्पष्ट करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘नहीं, विपक्षी दल होने के नाते, जब जनता का धन लूटा जाता है तो, उसके विरोध में काम करना मेरा कर्तव्य है, इसलिए मैं आवाज उठाता हूं। क्या भाजपा ने राज्य का विकास किया है?’’

इसपर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि कुमारस्वामी हमेशा ‘अपने हिट एंड रन’ मामले के लिए जाने जाते हैं।

कांग्रेस में भ्रष्टाचार के साक्ष्य के रूप में पेनड्राइव देने के कुमारस्वामी के दावे पर सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘उन्होंने इसे साबित किया? सार्वजनिक करने के लिए साक्ष्य होना चाहिए। क्या वह इसे जेब में रखे रहेंगे?’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)