
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन, 10 मई अमेरिका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडौ ने भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व की ‘‘समझदारी और संयम’’ दिखाने के लिए शनिवार को सराहना की और कहा कि उन्हें ‘‘गर्व’’ है कि अमेरिकी अधिकारी ट्रंप प्रशासन के शांति को बढ़ावा देने के लक्ष्य को ‘‘पूरा करने में सफल’’ हुए।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुझे हाल के दिनों में विदेश मंत्री मार्को रुबियो को भारत और पाकिस्तान दोनों के नेताओं के साथ फोन पर अथक प्रयास करते हुए देखने का सौभाग्य मिला, ताकि स्थिति को खतरनाक रूप से बढ़ने से रोका जा सके।’’
उप विदेश मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने ‘‘यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारा लक्ष्य शांति को बढ़ावा देना और उसका पालन करना है- चाहे वह भारत और पाकिस्तान, रूस और यूक्रेन, इजराइल और उसके पड़ोसियों, कांगो और रवांडा, अजरबैजान और आर्मेनिया, या अन्य के बीच हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा कर्तव्य युद्ध को रोकना या बंद कराना है। गर्व है कि हमारी टीम आज उस वादे को पूरा करने में सफल हुई, तथा भारत और पाकिस्तान दोनों के नेतृत्व को समझदारी और संयम चुनने के लिए बधाई।’’
उप विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘यह कूटनीति का काम है। फोन उठाना, सुनना और शांति की दिशा में बात करना। भारत और पाकिस्तान के नेताओं की कूटनीति की जोरदार प्रशंसा करता हूं।’’
अमेरिका में विदेश मामलों की सदन समिति ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ‘‘शांति के पैरोकार राष्ट्रपति’’ हैं।
ट्रंप ने शनिवार को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ‘‘तत्काल और पूर्ण’’ संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसा अमेरिका की मध्यस्थता वाली वार्ता के कारण संभव हो सका है।
संघर्ष विराम की घोषणा ऐसे समय में हुई जब भारत और पाकिस्तान की सेनाओं द्वारा एक-दूसरे के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा था, जिससे संघर्ष गंभीर रूप से बढ़ गया था।
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