देश की खबरें | उत्तर प्रदेश के बदायूं में गन्ने के खेत से बच्चे का शव बरामद

मृतक किशोर के पिता का आरोप है कि पुलिस ने लापरवाही की और बच्चे को ढूंढने का कोई प्रयास नहीं किया। उनका कहना है कि जब उसके पास पांच लाख रुपए फिरौती की मांग की फोन काल आई तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया किंतु तब तक काफी देर हो चुकी थी, नतीजतन किशोर का शव गन्ने के खेत से घटना के 36 घण्टे बाद बरामद हुआ है। हालांकि, पुलिस फिरौती की बात से इंकार कर रही हैं।

पुलिस के मुताबिक बदायूं के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के कस्बा मुड़िया के जुल्फिकार का आठ वर्षीय पुत्र शारिक बुधवार दोपहर में गायब हो गया था। शाम तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने पुलिस को तहरीर दी, इस पर पुलिस ने गुमशुदगी की तहरीर ले ली।

परिजनों का कहना हैं कि बृहस्पतिवार को शारिक के पिता जुल्फिकार के नंबर पर पांच लाख रुपये फिरौती का फोन आया तो जुल्फिकार ने आवाज की पहचान करने का दावा करते हुए पुलिस को तहरीर दी।

पिता का आरोप है कि पुलिस ने 24 घण्टे बाद गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू की।

मोबाइल पर फोन करने वाले एक किशोर को पुलिस ने फोन निगरानी के माध्यम से गिरफ्तार कर लिया और उसकी निशानदेही पर ही बृहस्पतिवार देर रात थाना उगती क्षेत्र के गांव चनी में गन्ने के खेत में अपहृत बालक शारिक का शव बरामद किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओ पी सिंह ने बताया कि घटनास्थल के निरीक्षण से प्रतीत होता है कि बच्चे के साथ अप्राकृतिक कृत्य करके गला दबाकर हत्या की गयी है और आरोपी भी नाबालिग है जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

एसएसपी ने फिरौती मांगने की बात को निराधार बताते हुए कहा कि भ्रमित करने के लिए फिरौती मांगने की बात की गई थी, जबकि फिरौती मांगने जैसी कोई बात नहीं है।

उन्होंने बताया कि आज बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जा रहा हैं । अन्य दोषियों की भी तलाश की जा रही है जिन्हें भी शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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