
नयी दिल्ली, 10 फरवरी पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आम बजट में प्रत्येक साल विदेश मंत्रालय (एमईए) के आवंटन में कटौती किए जाने का सोमवार को दावा किया और तंज कसते हुए सवाल किया कि क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ वही कर रही हैं जो अमेरिका में एलन मस्क कर रहे हैं।
केंद्रीय बजट 2025-26 पर राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए चिदंबरम ने विदेश मंत्रालय के बजटीय आवंटन में कमी का कारण पूछा और कहा, ‘‘सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या हम अपनी वैश्विक उपस्थिति को कम कर रहे हैं, या हम दूतावासों को बंद कर रहे हैं या फिर वाणिज्य दूतावास बंद कर रहे हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘कृपया स्पष्ट करें।’’
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने सदन से विदेश मंत्रालय के लिए 20,517 करोड़ रुपये देने को कहा है।
चिदंबरम ने कहा कि आमतौर पर विदेश मंत्रालय का जिक्र उनके बजट भाषण में नहीं होता है लेकिन इस बार वह अपने भाषण की शुरुआत इसी मुद्दे से कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2023-24 में पिछले साल हमने 28,915 करोड़ रुपये आवंटित किए (विदेश मंत्रालय के लिए)। चालू वर्ष में संशोधित अनुमान 25,277 करोड़ रुपये है, जो चालू वर्ष में लगभग 3,600 करोड़ रुपये कम है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘अगले साल के लिए वित्त मंत्री केवल 20,517 करोड़ रुपये मांग रही हैं जो 5,300 करोड़ रुपये कम हैं।’’
चिदंबरम ने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘‘मैं चाहता था कि विदेश मंत्री (एस जयशंकर) यहां होते। मुझे संदेह है कि वित्त मंत्री, विदेश मंत्री (एस जयशंकर) के साथ वही कर रही हैं जो अमेरिका में एलन मस्क कर रहे हैं।’’
उनकी इस टिप्पणी पर सदन के एक वर्ग में ठहाके गूंज उठे।
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएन्सी’ (डीओजीई) के गठन की घोषणा की थी और इसका प्रभारी टेस्ला और स्पेसएक्स कंपनी के मालिक एलन मस्क को बनाया था। डीओजीई को ज़िम्मेदारी दी गई है कि वह सरकारी खर्चे में कटौती करे।
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