देश की खबरें | मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्गों के नजदीक बनाए गए बंकर हटाए गए: एन बिरेन सिंह
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के नजदीक ‘चौकसी समूहों’ द्वारा बनाए गए बंकर हटा दिए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अपने गांवों की रक्षा के नाम पर यदि ये समूह हथियारों का इस्तेमाल जारी रखते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इंफाल, 24 जून मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों के नजदीक ‘चौकसी समूहों’ द्वारा बनाए गए बंकर हटा दिए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अपने गांवों की रक्षा के नाम पर यदि ये समूह हथियारों का इस्तेमाल जारी रखते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राज्य की राजधानी इंफाल में खुमन लंपक में गर्भवती महिलाओं के राहत शिविर का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई भी इन जिलों को अलग राज्य मानकर नहीं चल सकता क्योंकि मणिपुर संपूर्ण रूप से एक निकाय है।’’
सिंह ने कहा कि 21 जून को देशी बम विस्फोट करने वालों की पहचान कर ली गई है और यह मामला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दिया गया है।
इस घटना को कायराना हरकत करार देते हुए उन्होंने कहा कि एनआईए के कर्मी राज्य में पहुंच गए हैं और उन्होंने जांच शुरू कर दी है।
बिष्णुपर के क्वाकटा में हुए इस धमाके में दो किशोर एवं सात साल एक एक बच्चा घायल हो गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सरकार कानून तोड़ने वालों के प्रति मूकदर्शक नहीं बनी रहेगी। गोलीबारी की घटनाओं से राज्य एवं केंद्र के सुरक्षाबल सख्ती से निपट रहे हैं।’’
रात में हिंसा की नियमित घटनाओं पर चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ यह इंफाल घाटी को पंगु बना रहा है तथा सुरक्षाबलों की आवाजाही में रुकावट पैदा हो रही है।’’
लोगों से केंद्रीय बलों का समर्थन करने की अपील करते हुए सिंह ने कहा, ‘‘ आतंकी संगठनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’’
इससे पहले दिन में कुछ लोगों ने इंफाल पूर्वी जिले के चिंगारेल में राज्य के मंत्री एल सुसिंद्रो के निजी गोदाम को जला दिया।
शुक्रवार रात को भी इसी जिले के खुराई में उपभोक्ता एवं खाद्य मामलों के मंत्री के घर और एक अन्य संपत्ति में आग लगाने की कोशिश की गई लेकिन समय पर किए गए प्रशासनिक दखल से ये संपत्तियां बच गईं।
पुलिस ने कहा कि खुराई में सुरक्षाबलों ने भीड़ को मंत्री के घर का घेराव करने से रोकने के लिए गोलियां दागीं। पुलिस के अनुसार, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।
मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से अब तक आधा दर्जन विधायकों एवं मंत्रियों के घरों या संपत्तियों को जला दिया गया है।
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