देश की खबरें | बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियों में कर्तव्य का पालन कर रहे बीएसएफ के जवान

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश सीमा से गुजरती सोनाई नदी के पास घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच तस्करी के प्रयासों को विफल करने की कोशिश में जुटे हैं।

पेट्रापोल (पश्चिम बंगाल), नौ जनवरी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश सीमा से गुजरती सोनाई नदी के पास घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच तस्करी के प्रयासों को विफल करने की कोशिश में जुटे हैं।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नदी पर भारत और बांग्लादेश की सीमा को अलग करने के लिए कोई भौतिक बाड़ न होने के कारण बल के सामने मानव तस्करी के खतरे को रोकने के अलावा शराब युक्त ‘कफ सिरप’ से लेकर सोने और चांदी की तस्करी के प्रयासों को रोकने की चुनौती भी है।

जिले के कुछ भागों में भारत और बांग्लादेश की सीमा से गुजरने वाली बाड़ रहित सोनाई नदी को तस्करी का मुख्य गढ़ माना जाता है, क्योंकि इसका दुर्गम मार्ग है तथा सड़क अवसंरचना का अभाव है, जिससे सुरक्षा संबंधी चुनौतियां बढ़ जाती हैं।

क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों से परिचित एक सूत्र ने बताया कि सीमा पार तस्कर मुख्य रूप से तब सक्रिय हो जाते हैं जब सर्दियों में दृश्यता कम होती है और मानसून के दौरान नदी में पानी बढ़ जाता है।

उन्होंने कहा कि सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के गांवों के कुछ असहयोगी ग्रामीण भी सुरक्षा बलों के काम में बाधा डाल रहे हैं।

बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 2023 में दक्षिण बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र में 160 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले दो-तीन साल में बड़ी मात्रा में सोना जब्त किया है जबकि पहले ऐसा नहीं था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘केवल 2023 में 493 भारतीय तस्करों और 186 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, उस वर्ष अवैध घुसपैठ में मदद करने वाले 45 भारतीयों और आठ बांग्लादेशियों को भी गिरफ्तार किया गया।’’

बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि 2024 में तस्करी के आरोप में 339 भारतीयों और 116 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि अवैध आव्रजन में मदद करने के आरोप में दक्षिण बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र में 34 भारतीयों और तीन बांग्लादेशी दलालों को गिरफ्तार किया गया।

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो जनवरी को बीएसएफ पर बांग्लादेश से घुसपैठ की अनुमति देने का आरोप लगाया था।

पूर्वी क्षेत्र के एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर इन आरोपों को खारिज किया और इस बात पर जोर दिया कि सीमा सुरक्षा बल पूरी ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर रहा है।

उन्होंने पत्रकारों के एक समूह से कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद से उनके समकक्ष ‘बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश’ (बीजीबी) के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना उनकी सरकार के खिलाफ छात्र आंदोलन के बाद पांच अगस्त, 2024 को भारत आ गई थीं। उन्होंने इस आंदोलन के कारण प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

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