देश की खबरें | तेलंगाना चुनाव के लिए बीआरएस का घोषणा पत्र व्यावहारिक, क्रियान्वित किये जाने योग्य : के. कविता

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के. कविता ने सोमवार को ऐलान किया कि 30 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ दल का घोषणा पत्र बहुत व्यावहारिक और क्रियान्वित किये जाने योग्य है।

हैदराबाद, 16 अक्टूबर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के. कविता ने सोमवार को ऐलान किया कि 30 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ दल का घोषणा पत्र बहुत व्यावहारिक और क्रियान्वित किये जाने योग्य है।

उन्होंने कहा कि बीआरएस सरकार लोगों से किये गये वादों को लेकर हमेशा ही व्यावहारिक रही है..., अभी ही नहीं, बल्कि 2014 में भी, जब सरकार गठित की गई थी।

कविता ने यहां पीटीआई-वीडियो सेवा से कहा कि सरकार ने बिजली क्षेत्र में अच्छा काम किया है जबकि 2014 में राज्य में बिजली की कमी थी। उस वक्त सरकार ने कहा था कि बिजली क्षेत्र में कायाकल्प महज छह महीने में नहीं हो सकता, बल्कि यह दो-तीन साल में होगा। उन्होंने कहा कि इसे पूरा किया गया और सरकार व्यावहारिक रही है।

उन्होंने कहा कि पार्टी का घोषणापत्र कल्याणकारी योजनाओं के तहत फायदे पहुंचाने में क्रमिक वृद्धि के वादे करता है, जिससे यह प्रदर्शित होता है कि राज्य की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए व्यावहारिक रुख अपनाया गया है।

बीआरएस नेता ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा, दोनों के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि यह घोषणा पत्र क्रियान्वित किये जाने योग्य है।

तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सत्तारूढ़ दल बीआरएस द्वारा किये गए वादों में--सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि बढ़ाना, किसानों के लिए रायतु बंधु निवेश सहयोग योजना के तहत वित्तीय सहायता बढ़ाना और 400 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर मुहैया कराना--शामिल है।

कविता ने बीआरएस के घोषणा पत्र को प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी द्वारा रद्दी कागज बताये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई।

उन्होंने कहा कि यदि वे बीआरएस के घोषणा पत्र को रद्दी कागज बताते हैं, तो कांग्रेस द्वारा दी गई चुनाव गारंटी ‘टिशू पेपर’ हैं क्योंकि पार्टी राज्य की वित्तीय स्थिति से अवगत नहीं है। उन्होंने कहा कि आलोचना मुद्दों पर आधारित होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा दी गई छह ‘गारंटी’ कुछ और नहीं, बल्कि बीआरएस की योजनाओं की प्रति है।

कविता ने कहा कि बीआरएस, भाजपा के लिए प्रेरणा का स्रोत है। केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बीआरएस सरकार की रायतु बंधु योजना से प्रेरित है।

नौकरी ढूंढ रही एक महिला द्वारा यहां हाल में कथित तौर पर आत्महत्या करने पर, कविता ने कहा कि वह उसकी निजी बातचीत (चैट) को मीडिया के साथ साझा किये जाने की व्यक्तिगत रूप से अनुमति नहीं देंगी, लेकिन राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के चलते पुलिस सरकार के नियंत्रण में नहीं है।

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