देश की खबरें | बम्बई उच्च न्यायालय ने सामान्य प्रथा से हटकर न्यायमूर्ति पटेल को विदाई दी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बंबई उच्च न्यायालय के न्यायधीश गौतम पटेल को विदाई देने के लिए बृहस्पतिवार को ‘फुल कोर्ट रेफरेंस’ का आयोजन किया गया और इसके साथ ही सेवानिवृत्त हो रहे न्यायाधीश को अंतिम कार्यदिवस को मुख्य न्यायाधीश की रस्मी पीठ में बिठाकर विदाई देने की सामान्य परम्परा पीछे छूट गई।
मुंबई, 25 अप्रैल बंबई उच्च न्यायालय के न्यायधीश गौतम पटेल को विदाई देने के लिए बृहस्पतिवार को ‘फुल कोर्ट रेफरेंस’ का आयोजन किया गया और इसके साथ ही सेवानिवृत्त हो रहे न्यायाधीश को अंतिम कार्यदिवस को मुख्य न्यायाधीश की रस्मी पीठ में बिठाकर विदाई देने की सामान्य परम्परा पीछे छूट गई।
इस मौके पर न्यायाधीशों एवं अधिवक्ताओं की ऐसी भीड़ जुटी कि पूरा केंद्रीय अदालत कक्ष खचाखच भर गया।
भावुक न्यायमूर्ति पटेल ने सामान्य प्रथा से हटकर उनके लिए एक नई परंपरा स्थापित करने को लेकर ‘बार और बेंच’ को धन्यवाद दिया और कहा कि (उनके लिए) यह एक सम्मान है।
अदालत की डेढ सौ साल पुरानी विरासत संरचना के बारे में न्यायमूर्ति पटेल ने कहा कि यह इमारत उनके लिए एक विशेष स्थान रखती है।
न्यायमूर्ति पटेल ने कहा, ‘‘मैं सभी से अनुरोध करूंगा कि इस संस्था को कभी न छोड़ें। यदि भविष्य में उच्च न्यायालय का नया भवन कहीं और स्थापित किया जाता है, तो भी यहां कुछ न कुछ रहने देना चाहिए। इसी भवन से एक पत्थर लें और इसे नये भवन की आधारशिला के रूप में रखें।’’
मुख्य न्यायाधीश डी. के. उपाध्याय ने कहा कि न्यायमूर्ति पटेल एक विद्वान न्यायाधीश थे और उनमें न्याय एवं करुणा का आदर्श मिश्रण था।
न्यायमूर्ति उपाध्याय ने कहा, "हमारे दोपहर के भोजन वाले सत्र के दौरान न्यायमूर्ति पटेल भावुक हो गए...सिर्फ इसलिए नहीं कि वह न्यायाधीश नहीं रहेंगे, बल्कि इसलिए कि उन्हें इस संस्थान और भवन से लगाव है। उनकी प्रतिबद्धता और उत्साह वास्तविक अर्थों में अटूट है।"
वर्ष 1962 में मुंबई में जन्मे न्यायमूर्ति पटेल ने 1987 में एक वकील के रूप में अपनी प्रैक्टिस शुरू की थी। उन्हें 2013 में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)