चंडीगढ़, 19 नवंबर भारती किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर किसानों से किए गए वादों को पूरा नहीं करने का शनिवार को आरोप लगाया। इससे एक दिन पहले मान ने बार-बार सड़कों को बाधित करने पर किसान संगठनों की आलोचना की थी।
भारती किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) के प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) पर यह भी आरोप लगाया कि पार्टी वैसे ही काम कर रही है जैसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान कर रही थी।
डल्लेवाल का संगठन अपनी मांगों को लेकर लिए अमृतसर, मानसा, पटियाला, फरीदकोट और बठिंडा में किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है। शनिवार को धरना चौथे दिन में प्रवेश कर गया।
मान ने सड़कों को अवरुद्ध करके बार-बार प्रदर्शन करने पर शुक्रवार को किसान संगठनों पर निशाना साधा था और कहा था कि इससे आम लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
मान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सड़कों को अवरुद्ध करके धरना देना एक "प्रवृत्ति" बन गई है।
अपनी मांगों के पूरी होने तक फरीदकोट में आमरण अनशन की शनिवार को घोषणा करने वाले डल्लेवाल ने कहा कि किसानों ने आठ महीने तक उपायुक्त कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि इसके बाद किसानों को सड़कों पर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
उन्होंने कहा, "जब किसी ने हमारी बात नहीं सुनी, तो हम सड़कों पर आने को मजबूर हो गए।"
फरीदकोट में पत्रकारों से बात करते हुए डल्लेवाल ने आरोप लगाया कि मान ने किसानों की मांगें पूरी न करके उन्हें धोखा दिया है, क्योंकि उन्होंने पहले मांगों को स्वीकार कर लिया था।
उन्होंने दावा किया, “ हमसे वादा किया गया था कि गन्ना मिलें पांच नवंबर से पेराई शुरू कर देंगी लेकिन वे ऐसा करने में विफल रहे। हमसे वादा किया गया था कि पराली नहीं जलाने पर 2500 रुपये प्रति एकड़ दिया जाएगा। हमसे यह भी वादा किया गया था कि पराली जलाने वाले किसानों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन सरकार इस मोर्चे पर भी नाकाम रही।”
मान ने शुक्रवार को यह भी कहा था कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक अधिकार है लेकिन सरकार को मांगों को पूरा करने के लिए भी समय दिया जाना चाहिए।
डल्लेवाल ने कहा, ''हमारा जमीर अभी जिंदा है और हमने ना पिछली सरकारों को पंजाब को लूटने का हक दिया था और ना ही आपको (मान) ऐसा करने देंगे।”
उन्होंने कहा, "हम यहां किसानों के अधिकारों के लिए हैं।"
मुख्यमंत्री की ओर से लगाए गए सड़कों को अवरूद्ध करने के आरोप का जवाब देते हुए डल्लेवाल ने कहा कि कि मान को पहले सोचना चाहिए कि ‘आप’ की उत्पत्ति कैसे हुई।
डल्लेवाल ने कहा, "आपकी पार्टी (आप) भी प्रदर्शन और आंदोलन से निकली है।" वह अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का हवाला दे रहा थे।
उन्होंने यह भी पूछा कि ‘आप’ नेता दिल्ली की सीमाओं पर उनके साल भर के चले प्रदर्शनों में शामिल क्यों हुए, अगर वे अब सोचते हैं कि उनका धरना देना गलत है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)