नयी दिल्ली, 15 अक्टूबर झारखंड में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की मंगलवार शाम यहां बैठक हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष उन सीईसी सदस्यों में शामिल थे जिन्होंने यहां पार्टी मुख्यालय में उम्मीदवारों की संभावित सूची पर विचार-विमर्श किया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, झारखंड की भाजपा प्रभारी अन्नपूर्णा देवी और संजय सेठ के अलावा पार्टी की झारखंड इकाई के प्रमुख बाबूलाल मरांडी और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी बैठक में मौजूद थे।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने भी बैठक में भाग लिया।
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
भाजपा जहां जनता दल (यूनाइटेड) और ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है, वहीं वह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने पर भी विचार कर सकती है।
साल 2019 के विधानसभा चुनावों में, झामुमो ने 81 सीटों में से 30 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 16 और राजद ने एक सीट जीती। तीनों दलों ने बहुमत के साथ गठबंधन सरकार बनाई। भाजपा ने 2014 में 37 सीट जीती थी लेकिन 2019 में वह 25 सीटों पर सिमट गई थी। आजसू पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा था और वह दो सीट ही जीत सकी थी।
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