देश की खबरें | बिहार: मंत्री ने कहा, ‘गांवों की सड़कें इस वर्ष जून तक गड्ढा मुक्त हो जाएंगी’
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को राज्य के गांवों की सड़कों को इस वर्ष जून तक गड्ढा मुक्त बनाने की घोषणा की।
पटना, 10 जनवरी बिहार सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को राज्य के गांवों की सड़कों को इस वर्ष जून तक गड्ढा मुक्त बनाने की घोषणा की।
चौधरी ने पटना में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य के भीतर ग्रामीण संपर्क को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने बिना संपर्क पथ वाली बस्तियों तक हर मौसम में पहुंच सुनिश्चित करने के लिए कई ग्रामीण सड़क विकास योजनाएं शुरू की हैं। आने वाले महीनों में सभी असंबद्ध बस्तियों को उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों से जोड़ दिया जाएगा।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि इस वर्ष जून तक सभी गांव की सड़कें गड्ढों से मुक्त हो जाएंगी।
चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (एमएमजीएसवाई) के तहत विभाग ने अब तक 59,885 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है और लगभग 46,902 किलोमीटर सड़कों का रखरखाव कार्य पहले ही पूरा हो चुका है।
मंत्री ने कहा, “गांव के लोग सड़कों पर निर्भर हैं क्योंकि ये सड़कें अलग-थलग गांवों को बड़े सामाजिक-आर्थिक ढांचों से जोड़ती हैं। ग्रामीण सड़क ढांचे का निर्माण और सुधार लोगों के जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है, आर्थिक विस्तार को बढ़ावा देता है और शहरी और ग्रामीण समुदायों के बीच की दूरी को पाटता है।”
उन्होंने कहा, “ विभाग ने राज्य के ग्रामीण इलाकों में 1000 नए छोटे पुल बनाने का भी फैसला किया है।”
विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) दीपक कुमार सिंह ने बताया, “राज्य में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु निर्माण योजना (एमजीएसएनवाई) के तहत ग्रामीण इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर लगभग 1000 नए छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा। विभाग 100 मीटर लंबाई तक के छोटे पुलों का निर्माण करेगा।”
उन्होंने बताया, “इस वर्ष मार्च तक लगभग 600 छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा और शेष 400 का निर्माण अगले वित्तीय वर्ष में किया जाएगा। केवल सड़कों और पुलों का निर्माण ही महत्वपूर्ण नहीं है। उनका रखरखाव भी उतना ही महत्वपूर्ण है। सरकार का ध्यान ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास पर है।”
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)