लॉकडाउन के बीच बिहार सरकार दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों को पहुंचाई मदद

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बिहार के बाहर फंसे प्रदेशवासियों की मदद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गत सोमवार को शुरू की गयी 1,000 रुपये की विशेष सहायता योजना के तहत लाभ पाने वाले लाभार्थियों की संख्या आज 53,849 रही जबकि 28 मार्च को कार्यक्रम शुरू होने के बाद से अबतक कुल 5,26,341 लोग इससे लाभांवित हो चुके हैं।

जमात

पटना, 12 अप्रैल कोरोनो वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के बीच बिहार सरकार राज्य के बाहर फंसे पांच लाख लोगों तक दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में राहत पहुंचाई है।

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बिहार के बाहर फंसे प्रदेशवासियों की मदद के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा गत सोमवार को शुरू की गयी 1,000 रुपये की विशेष सहायता योजना के तहत लाभ पाने वाले लाभार्थियों की संख्या आज 53,849 रही जबकि 28 मार्च को कार्यक्रम शुरू होने के बाद से अबतक कुल 5,26,341 लोग इससे लाभांवित हो चुके हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधानसचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को

ने कहा कि हेल्पलाइन नंबरों का उपयोग करने वाले अन्य राज्यों में फंसे लोगों के साथ संपर्क स्थापित कर प्रशासन द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के लिए मार्गदर्शन करने के लिए उनके विभाग में 30 कर्मचारियों का एक कार्यबल बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव दीपक कुमार की अध्यक्षता में एक संकट प्रबंधन समूह स्थिति का जायजा लेने के लिए हर दिन बैठक करता है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अन्य राज्यों फंसे हुए बिहार के लोगों से प्रदेश सरकार को कुल 2,84,674 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सत्यापन के बाद उन्हें राहत दी जा रही थी।

2,84,674 आवेदनों में से दिल्ली से 55,264, हरियाणा से 41,050, महाराष्ट्र से 30,576, गुजरात से 25,638, उत्तर प्रदेश से 23,832, पंजाब से 15,596, तमिलनाडु से 15,428 और पश्चिम बंगाल से 9,527 थे।

24 मार्च को लॉकडाउन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अन्य राज्यों में फंसे लोगों से अपील की थी कि वे जहां भी हैं वहीं रहें और वादा किया था कि उनकी सरकार उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।

विशेष सहायता योजना के उद्घाटन के दिन 1,03,579 लोगों के खातों में 10.35 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई थी जिनमें बिहार के सारण जिले के 7281, मुजफ्फरपुर के 6821, मधुबनी के 6792, पूर्वी चंपारण के 6569, सीतामढ़ी के 6348 और सिवान से 5897 लोग शामिल हैं।

प्रत्यय ने कहा कि राज्य द्वारा वित्त पोषित कम से कम 47 राहत केंद्र दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और सिक्किम सहित दूर-दूर के स्थानों पर चल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ये केंद्र बिहार फाउंडेशन और उससे संबद्ध संगठनों द्वारा चलाए जा रहे हैं।

बिहार फाउंडेशन राज्य के लोगों के लिए एक मंच है, जिसके संरक्षक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अध्यक्ष उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हैं।

बिहार में अबतक कोरोना वायरस के कुल 64 मामले प्रकाश में आए हैं जिनमें 26 मरीज ठीक हुए हैं तथा एक मरीज की गत 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी ।

अनवर

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