देश की खबरें | बंगाल: राज्यपाल ने आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ की निंदा की, ममता ने विपक्षी दलों पर लगाया आरोप

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना को बृहस्पतिवार को नागरिक समाज के लिए शर्म की बात करार दिया जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना के लिए मार्क्सवादी कमयुनिस्ट पार्टी (माकपा)- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया।

कोलकाता, 15 अगस्त पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना को बृहस्पतिवार को नागरिक समाज के लिए शर्म की बात करार दिया जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना के लिए मार्क्सवादी कमयुनिस्ट पार्टी (माकपा)- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहराया।

अस्पताल में एक महिला चिकित्सक से कथित तौर पर दुष्कर्म और उसकी हत्या के बाद से जूनियर डॉक्टर एक सप्ताह से विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं।

आधी रात के आसपास, प्रदर्शनकारियों के रूप में लगभग 40 लोगों का एक समूह अस्पताल में घुसा, आपातकालीन विभाग, नर्सिंग स्टेशन और दवा की दुकान में तोड़फोड़ की और सीसीटीवी कैमरों को भी नुकसान पहुंचाया। अस्पताल में जूनियर चिकित्सक नौ अगस्त से प्रदर्शन कर रहे थे।

पुलिस ने घटना में कथित संलिप्तता के लिए नौ लोगों को हिरासत में लिया है।

ममता ने जहां माकपा और भाजपा पर राज्य में अशांति पैदा करने के लिए तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया, वहीं राज्य में मुख्य विपक्षी दल ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों की सुरक्षा और तोड़फोड़ को रोकने में विफल रहने के लिए राज्य प्रशासन की आलोचना की। भाजपा ने तृणमूल सरकार पर स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाने के लिए सेना को तैनात करने की मांग की।

अस्पताल में नौ अगस्त को स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक का शव मिला था। अपराध के संबंध में एक दिन बाद नागरिक स्वंयसेवी को गिरफ्तार किया गया था।

इस बीच, मामले की जांच कर रही सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) ने नागरिक स्वयंसेवक के कॉल विवरण मांगे हैं और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से मुलाकात के साथ-साथ ताला थाना प्रभारी अधिकारी से पूछताछ की।

अपने सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे जूनियर चिकित्सकों द्वारा काम बंद करने के कारण राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं लगातार सात दिनों से ठप हैं। अधिकांश सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन और बाह्य रोगी विभाग अभी भी बंद हैं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

राज्यपाल बोस ने बृहस्पतिवार दोपहर को स्थिति का जायजा लेने के लिए अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने वहां प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से बात की और राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।

बोस ने अस्पताल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल हुई तोड़फोड़ की घटना सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है। यह पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है कि युवतियां सुरक्षित नहीं हैं। इस खून-खराबे को अब और नहीं चलने दिया जाएगा। इसे अवश्य ही रोका जाना चाहिए।’’

उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा, ‘‘मैं आपके साथ हूं और हम इस समस्या को सुलझाने के लिए मिलकर काम करेंगे। मैं आपको न्याय का आश्वासन देता हूं। मेरे कान और आंखें खुली हैं।’’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों (माकपा-भाजपा) पर यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में तोड़फोड़ में शामिल होने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, “ कुछ राजनीतिक दल माकपा और भाजपा इस हमले के पीछे हैं और उन्होंने राज्य को बदनाम करने व अशांति पैदा करने के लिए तोड़फोड़ की है। मैं छात्रों और आंदोलनकारी डॉक्टरों को दोष नहीं देती।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ के पीछे बाहरी लोग हैं। ममता ने कहा कि वह मृतक महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करने के लिए शुक्रवार शाम को सड़क पर उतरेंगी।

अस्पताल में चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या किए जाने की घटना के विरोध में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बीच आधी रात को यह तोड़फोड़ हुई।

इस घटना के बाद विभिन्न क्षेत्रों से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। अस्पताल में नर्सों ने हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। इस बीच, चिकित्सकों ने कहा कि हमले का उद्देश्य उनके विरोध को हतोत्साहित करना था लेकिन इससे उनके सहकर्मी के लिए न्याय मांगने का उनका संकल्प और मजबूत हुआ है।

कल रात परिसर का दौरा करने वाले कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने संकेत दिया कि मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि ‘दुर्भावनापूर्ण मीडिया अभियान’ ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है।

उन्होंने कहा, “हमले में मेरे लोग भी घायल हुए हैं। इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने क्या नहीं किया? लेकिन मीडिया में दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। ”

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंगलवार को मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस घटना के विरोध में पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएं आधी रात को सड़कों पर उतर आईं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उसकी महिला शाखा इसके विरोध में शुक्रवार को उनके आवास तक मोमबत्ती जुलूस निकालेगी।

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “अगर राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकती है, तो उन्हें सेना को बुला लेना चाहिए। मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।”

टीएमसी के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने सवाल किया कि क्या भाजपा शासित राज्यों में भी इसी तरह की घटनाओं के लिए मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया है?

उन्होंने कहा, “क्या भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने ऐसी ही घटनाएं होने पर इस्तीफा दिया था? इसका जवाब है नहीं। जो भी व्यक्ति तोड़फोड़ में शामिल है, उसे पार्टी से जुड़े होने की परवाह किए बिना गिरफ्तार किया जाना चाहिए। विपक्ष इस घटना पर गंदी राजनीति कर रहा है।”

टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरजी कर में हुई तोड़फोड़ की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘सारी हदों’ को पार कर गया है।

उन्होंने गोयल से आग्रह किया कि वे ‘अगले 24 घंटों के भीतर घटना के जिम्मेदार सभी लोगों को गिरफ्तार करें, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो।’

इस बीच, टीएमसी नेता और चिकित्सक शांतनु सेन ने तोड़फोड़ में शामिल दोषियों को बृहस्पतिवार रात तक गिरफ्तार करने की मांग की।

सेन को अपने विचार व्यक्त करने के कारण पार्टी प्रवक्ता के पद से हटा दिया गया था।

एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) ने अस्पताल में तोड़फोड़ के विरोध में 16 अगस्त को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है हालांकि ममता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य सरकार हड़ताल का समर्थन नहीं करती और यह सुनिश्चित करेगी कि सामान्य जनजीवन बाधित न हो।

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