
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अज्ञात जहाज को बाद में संभवतः बम ले जाने वाली नावों ने टक्कर मार दी, जिससे उसमें आग लग गई।
ब्रिटेन की समुद्री व्यापार संचालन केंद्र ने यह जानकारी दी।
हमले की जिम्मेदारी किसी समूह ने अभी नहीं ली है। यह हमला इजराइल हमास युद्ध, ईरान-इजराइल युद्ध और ईरान के परमाणु स्थलों पर अमेरिका के हमलों के बाद मध्य एशिया में व्याप्त तनाव के बीच हुआ है।
हमले को लेकर यमन के हूती विद्रोहियों पर संदेह जताया जा रहा है, जो इससे पहले भी लाल सागर गलियारे में हमले कर चुका है।
वहीं, ‘यूनाइटेड किंगडम मेरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस सेंटर’ ने कहा कि जहाज पर तैनात एक सशस्त्र सुरक्षा टीम ने जवाबी हमला किया।
एजेंसी ने बताया कि यह हमला यमन के होदेदा से लगभग 100 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में हुआ। होदेदा हूती विद्रोहियों के कब्जे में है।
एजेंसी ने कहा, “अधिकारी जांच कर रहे हैं।”
बाद में एजेंसी ने कहा कि जहाज पर "अज्ञात प्रक्षेपास्त्रों से हमला" होने के बाद आग लग गई।
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