जामिया हिंसा और दिल्ली दंगा मामले में फॉरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद गिरफ्तारियां हुईं: दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया हिंसा और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगा मामले की निष्पक्ष जांच की गई और फॉरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद गिरफ्तारियां हुईं. दिल्ली पुलिस ने कुछ वकीलों और कार्यकर्ताओं द्वारा जांच पर सवाल उठाने के बाद यह बयान दिया.

दिल्ली पुलिस (फोटो क्रेडिट- ANI)

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सोमवार को कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया हिंसा (Jamia Millia Islamia) और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगा मामले की निष्पक्ष जांच की गई और फॉरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद गिरफ्तारियां हुईं. दिल्ली पुलिस ने कुछ वकीलों और कार्यकर्ताओं द्वारा जांच पर सवाल उठाने के बाद यह बयान दिया.

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘जामिया और उत्तर पूर्व (दिल्ली) दंगा मामलों की जांच दिल्ली पुलिस ने ईमानदारी से और निष्पक्ष रूप से की.’’ उसने लिखा, ‘‘सभी गिरफ्तारियां वैज्ञानिक और फोरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद की कई, जिसमें वीडियो फुटेज आदि शामिल हैं.’’ गौरतलब है कि पिछले साल दिसम्बर में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से कुछ मीटर दूर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पुलिस कथित तौर पर परिसर में दाखिल हुई थी.

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पुलिस ने कहा कि दिल्ली पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगों के साजिशकर्ताओं, आरोपियों को कानून के दायरे में लाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने को प्रतिबद्ध है.

फरवरी में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की जान गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हुए थे. उसने कहा, ‘‘यह (जांच) निहित तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से प्रभावित नहीं होगी.’’

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