नयी दिल्ली, 29 जुलाई सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बृहस्पतिवार को अमेरिका के विशेष अभियान कमान के कमांडर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क के साथ बातचीत की जो द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग के विभिन्न प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित रही।
जनरल क्लार्क तीन दिवसीय भारत यात्रा पर हैं।
सेना ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘अमेरिका के विशेष अभियान कमान, यूएसएसओसीओएम के कमांडर जनरल रिचर्ड डी. क्लार्क ने जनरल एम एम नरवणे से मुलाकात की और आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की।’’
अधिकारियों ने कहा कि द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न आयामों पर बातचीत में इसे और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा हुई।
समझा जाता है कि जनरल नरवणे और जनरल क्लार्क ने अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया।
जनरल नरवणे से मुलाकात से पहले अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
सेना ने कहा, ‘‘यह यात्रा दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और सैन्य संबंधों को बढ़ाएगी।’’
साथ ही, जनरल नरवणे ने यूनान के सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चारलाम्पोस लालौसिस के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। यह बातचीत भारत और यूनान के बीच रक्षा सहयोग पर ध्यान केंद्रित रही।
पिछले कुछ वर्षों में भारत-अमेरिका के रक्षा संबंध मजबूत हुए हैं।
पिछले साल अक्टूबर में, भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (बीसीए) किया था। यह समझौता दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय सैन्य प्रौद्योगिकी, रसद और भू-स्थानिक मानचित्रों को साझा करने का प्रावधान करता है।
दोनों देशों ने दो वर्ष बाद कम्युनिकेशंस कम्पैटेबिलिटी एंड सिक्युरिटी एग्रीमेंट (सीओएमसीएएसए) नामक एक अन्य समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जो दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन और अमेरिका द्वारा भारत को उच्चस्तीय प्रौद्योगिकी की बिक्री सक्षम बनाता है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)