देश की खबरें | एआईएफएफ मतदाता सूची: 1970 और 1980 के दशक के दिग्गजों की फिर होगी फुटबॉल में भूमिका
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय क्लब फुटबॉल में 1970 और 1980 के दशक में अपने कौशल से सभी को मंत्रमुग्ध करने वाले शब्बीर अली, मनोरंजन भट्टाचार्य जैसे पूर्व राष्ट्रीय कप्तानों की आगामी दिनों में भारतीय फुटबॉल में बड़ी भूमिका हो सकती है।
नयी दिल्ली, 14 अगस्त भारतीय क्लब फुटबॉल में 1970 और 1980 के दशक में अपने कौशल से सभी को मंत्रमुग्ध करने वाले शब्बीर अली, मनोरंजन भट्टाचार्य जैसे पूर्व राष्ट्रीय कप्तानों की आगामी दिनों में भारतीय फुटबॉल में बड़ी भूमिका हो सकती है।
एक दशक से अधिक समय तक ‘वन मैन शो’ (सिर्फ एक व्यक्ति के इशारे पर चलने वाला) रहे भारतीय फुटबॉल किस राह जाएगी इसमें इनके विवेक की अहम भूमिका रहेगी।
इन दोनों के अलावा 34 अन्य अपने जमाने के जाने माने अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अब उस मतदाता सूची का हिस्सा हैं जो अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की अगली आम सभा का चयन करेंगे जबकि इस बीच खेल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा के प्रतिबंध की आशंका भी बढ़ रही है।
उच्चतम न्यायालय के आदेश पर 28 अगस्त को होने वाले चुनावों की शुरुआती 67 सदस्यीय मतदाता सूची में भारत के 24 पुरुष और 12 महिला पूर्व खिलाड़ियों को शामिल किया गया है।
इस सूची में बाईचुंग भूटिया, आईएम विजयन, मॉरीसिया अल्फोंसो, क्लाइमेक्स लॉरेंस, प्रसून बनर्जी, विश्वजीत भट्टाचार्य, ब्रूनो कोटिन्हो, ओइनम बेमबेम देवी जैसे पूर्व भारतीय कप्तान शामिल हैं।
नियमों के अनुसार ‘प्रतिष्ठित खिलाड़ी’ ने भारत के लिए कम से कम दो मैच खेले हों और चुनाव की तारीख से कम से कम दो साल पहले संन्यास ले लिया हो।
मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ एक बड़ा राजनेता एआईएफएफ अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गया है। अध्यक्ष पद के लिए पूर्व खेल मंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री सरवानंद सोनोवाल का नाम सामने आ रहा था।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक और असम फुटबॉल संघ के अध्यक्ष नाबा कुमार डोले और फुटबॉल दिल्ली के प्रमुख शाजी प्रभाकरन का नाम भी मतदाता सूची में शामिल है।
कोई भी व्यक्ति जो निर्वाचक मंडल का सदस्य और भारतीय नागरिक है वह एआईएफएफ अध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश कर सकता है।
एआईएफएफ के ये चुनाव फीफा की भारत पर प्रतिबंध लगाने और ‘तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप’ के कारण अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी का अधिकार को छीनने की धमकी के बीच हो रहे हैं।
फीफा ने भी 36 खिलाड़ियों को मतदाता सूची में शामिल करने पर नाखुशी व्यक्त की है जो राज्य संघों के प्रतिनिधियों की संख्या के समान है। वैश्विक संस्था ने इस कदम को ‘अविवेकपूर्ण’ करार दिया है।
हालांकि देश में फुटबॉल का संचालन कर रही तीन सदस्यीय प्रशासकों की समिति (सीओए) चुनाव को लेकर आगे बढ़ रही है। इसने एक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया है जिसने मतदाता सूची तैयार की है।
उम्मीदवार निर्वाचन अधिकारी को 17 से 19 अगस्त तक नामांकन पत्र व्यक्तिगत रूप से या डाक से पहुंचा सकते हैं।
खेल मंत्रालय, सीओए और फीफा एआईएफएफ संविधान के निर्णायक आकार पर चर्चा कर रहे हैं।
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