जरुरी जानकारी | अदाणी एंटरप्राइजेज की आमदनी 2026-27 तक बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. अरबपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाले बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाले समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) का राजस्व वित्त वर्ष 2023-24 से 2026-27 के दौरान सालाना आधार पर 17.5 प्रतिशत की दर से बढ़कर 1,56,343 करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है। इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 45.8 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ सकता है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

नयी दिल्ली, 29 दिसंबर अरबपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाले बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाले समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) का राजस्व वित्त वर्ष 2023-24 से 2026-27 के दौरान सालाना आधार पर 17.5 प्रतिशत की दर से बढ़कर 1,56,343 करोड़ रुपये पर पहुंचने का अनुमान है। इस दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 45.8 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ सकता है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

वेंचुरा सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि एईएल भारत के सबसे बड़े सूचीबद्ध इनक्यूबेटर में से एक है। इसने कई सफल व्यवसायों की परिकल्पना की है, उन्हें विकसित और परिपक्व किया है। इनमें बंदरगाह कंपनी अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड, शहर गैस वितरक अदाणी टोटल गैस, बिजली पारेषण कंपनी अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर और जिंस कंपनी अदाणी विल्मर शामिल हैं।

कंपनी हवाई अड्डा, सौर मॉड्यूल और पवन टर्बाइन, हरित हाइड्रोजन, सड़क निर्माण, डेटा सेंटर और तांबा क्षेत्र में कार्यरत है।

रिपोर्ट के अनुसार, “कई सफल उद्योग-अग्रणी व्यवसायों की इनक्यूबेटर एईएल भविष्य की वृद्धि को गति देने के लिए महत्वाकांक्षी रूप से हरित हाइड्रोजन और इसके पारिस्थितिकी तंत्र में विविधता ला रही है।”

रिपोर्ट में कहा गया, “नवंबर, 2024 में अमेरिकी न्याय विभाग (यूएस-डीओजे) के नोटिस (रिश्वतखोरी के आरोपों पर) के बाद शेयर बाजार में अस्थिरता के बावजूद एईएल ने वित्त वर्ष 2024-25 में मजबूत बुनियादी बातों और परिचालन आधार के जरिये अच्छा प्रदर्शन किया है।”

इसे ‘सेकी’ से ‘साइट’ योजना के अंतर्गत 101.5 मेगावाट प्रति वर्ष इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण सुविधा के लिए ठेका मिला है।

ग्रीन हाइड्रोजन ट्रांजिशन (साइट) योजना के लिए रणनीतिक हस्तक्षेप एक वित्तीय कार्यक्रम है जो भारत में हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और इलेक्ट्रोलाइज़र के निर्माण का समर्थन करता है। यह योजना राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन का हिस्सा है, जिसका परिव्यय 2029-30 तक 19,744 करोड़ रुपये है।

रिपोर्ट में कहा गया, “वित्त वर्ष 2024-2027 के दौरान, एईएल का एकीकृत राजस्व 17.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,56,343 करोड़ रुपये, ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन-पूर्व कमाई (ईबीआईटीडीए) 37.5 प्रतिशत बढ़कर 28,563 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 45.8 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ 9,245 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।”

ईबीआईटीडीए और शुद्ध मार्जिन क्रमशः 6.47 प्रतिशत बढ़कर 18.3 प्रतिशत और 2.55 प्रतिशत बढ़कर 5.9 प्रतिशत होने का अनुमान है।

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