देश की खबरें | भारत में एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 2.34 लाख नए मामले, 11 राज्यों ने ऑक्सीजन की मांग की
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. देश में शनिवार को कोविड-19 के 2.34 लाख नए मामले सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है जब देश में एक दिन में महामारी के दो लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।
नयी दिल्ली, 17 अप्रैल देश में शनिवार को कोविड-19 के 2.34 लाख नए मामले सामने आए। यह लगातार तीसरा दिन है जब देश में एक दिन में महामारी के दो लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।
इसके साथ ही दिल्ली सहित 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन सिलेंडर, टीके की खुराक और रेमडेसिविर की मांग भी बढ़ गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी की स्थिति को ‘चिंतित करने वाला’ करार दिया।
भारत में कोविड-19 रोगियों की संख्या 1.50 करोड़ और मृतकों की संख्या 1.75 लाख के करीब पहुंचने के नजदीक है। वहीं, राज्यों द्वारा हाल में बढ़े मामलों के रोकथाम और प्रबंधन के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बैठक की।
कोविड-19 की स्थिति से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक में मोदी ने महामारी को हराने के लिए राज्यों में सहयोग का आह्वान किया और साथ ही कहा कि दवा निर्माण की पूर्ण राष्ट्रीय क्षमता का इस्तेमाल किया जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री ने जांच, संपर्क का पता लगाने और फिर उपचार की दिशा में आगे बढ़ने पर जोर दिया और कहा कि इनका कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने राज्यों से बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने और कोविड-19 के मरीजों के लिए अस्पतालों में बिस्तर की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया।
उन्होंने लोगों की चिंताओं के प्रति स्थानीय प्रशासन को संवेदनशील और आगे बढ़कर सक्रियता दिखाने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दवाइयों की बढ़ती मांग के मद्देनजर देश के दवा निर्माता उद्योग की पूरी क्षमता का उपयोग करने की आवश्यकता जताई तथा साथ ही रेमडेसिविर और अन्य दवाइयों की आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की।
इससे पहले मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर शनिवार को संत समाज से उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे कुंभ को ‘‘प्रतीकात्मक’’ रखने की अपील की ताकि इस महामारी के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सके।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में 11 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई ।
इस बैठक में राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ हाल ही में कोविड-19 के मामलों में हुई भारी वृद्धि की रोकथाम और प्रबंधन के किए गए उपायों की समीक्षा की गई । महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, केरल, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के नए मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।
मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति बढ़ाने, अस्पतालों में रेमडेसिविर की आपूर्ति बढ़ाने, वेंटीलेटर का भंडार बढ़ाने और वैक्सीन की खुराक की अधिक आपूर्ति जैसे मुद्दे लगभग सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने रखे ।’’
बैठक में कई राज्यों ने मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति के विवरण और रेमडेसिविर जैसी आवश्यक दवाओं के मूल्य को सीमित करने का मुद्दा उठाया और कहा कि यह दवा कालाबाजारी के जरिए बहुत अधिक कीमत पर बेची जा रही है
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ चर्चा में महाराष्ट्र में ‘दोहरे उत्परिवर्तन वाला स्वरूप’ (डबल म्यूटेंट स्ट्रेन) प्रमुख चिंता का कारण रहा। दिल्ली सरकार ने केन्द्र सरकार के अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर दिए जाने का अनुरोध किया और कहा कि 2020 में स्वास्थ्य संकट पर काबू पाने के लिए ऐसी सहायता दी गई थी।’’
बयान के अनुसार, गृह मंत्रालय की अधिसूचना में राज्यों को उनके राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष के वार्षिक आवंटन में से 50 प्रतिशत भाग का उपयोग करने, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 1 अप्रैल, 2021 की तिथि के अनुसार खर्च न की गई राशि का उपयोग कोविड प्रबंधन के लिए करने की भी अनुमति दी गई ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महामारी की स्थिति के बारे में कहा, ‘‘दिल्ली में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में करीब 24 हजार नए मामले सामने आए हैं। एक दिन के अंदर संक्रमितों की संख्या करीब 19,500 से बढ़कर करीब 24 हजार हो गई है। इसलिए स्थिति काफी गंभीर एवं चिंताजनक है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से बात की और उनसे दिल्ली में कोरोना वायरस रोगियों के लिए ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और टोसीलीजुमैब की आपूर्ति करने का आग्रह किया।
केजरीवाल ने कहा कि बिस्तरों की संख्या भी कम पड़ती जा रही है और दिल्ली सरकार इन्हें बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की संख्या बढ़ाना है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रयोगशालाओं पर नजर रखें और सुनिश्चित करें कि अगर उनके पास कोविड-19 के लंबित नमूने हैं तो वे नए नमूने इकट्ठा नहीं करें।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 10 राज्यों- महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल,गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान- में नए मामलों के 79.32 प्रतिशत मरीज हैं।
मंत्रालय ने बताया कि 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, केरल, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, उत्तरखंड, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल- में नए मामलों में वृद्धि का क्रम देखा जा रहा है।
मंत्रालय ने कहा कि देश में कुल उपचाराधीन मरीजों में से 65.02 फीसदी मरीज महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक एवं केरल में हैं। अकेले महाराष्ट्र में ही देश के कुल उपचाराधीन मरीजों में से 38.09 फीसदी मरीज हैं।
इस बीच, देश में शनिवार तक कोविड-19 टीके की करीब 12 करोड़ खुराक दी गयीं। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत ये खुराक दी गई हैं।
मंत्रालय के मुताबिक देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,79,740 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 11.56 प्रतिशत है।
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने शनिवार को कहा कि सरकार के हस्तक्षेप के बाद दवा कंपनियों ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज में काम आने वाले रेमडेसिविर इन्जेक्शन के दाम कम कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि कई राज्यों से इस दवा की कमी एवं कालाबाजारी की खबर आई थी।
दवा कंपनी केडिला हेल्थकेयर, डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज और सिप्ला ने रेमडेसिविर इंजेक्शन (100 मिग्रा की शीशी) के अपने अपने ब्रांड के दाम कम किए हैं।
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने दवा कंपनियों द्वारा उठाए गए इस कदम पर प्रसन्नता जाहिर की।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘इस नाजुक समय में यह लोगों के लिए बड़ी राहत है। सरकार के हस्तक्षेप के बाद रेमडेसिविर के दाम अब कम हुए हैं। मैं औषधि कंपनियों का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोविड- 19 के खिलाफ जारी लड़ाई में साथ दिया है।’’
कोविड-19 के मामलों में वृद्धि की वजह से ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ गई है जिसके मद्देनजर कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पर्याप्त एवं समय पर सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए समिति बनाई है। गोवा सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडर के निर्यात पर रोक गलाई है और उद्योगों में इस्तेमाल के लिए उत्पादित ऑक्सीजन को स्वास्थ्य सेवा के लिए आरक्षित करने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने कोरोना महामारी से निपटने में केंद्र सरकार पर कुप्रबंधन और अक्षमता का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि तत्काल सुधारात्मक उपाय नहीं किए गए तो देश को ‘अभूतपूर्व विनाश’ का सामना करना पड़ेगा।
वहीं, शनिवार को कोविड-19 से मरने वालों का वैश्विक आंकड़ा 30 लाख के पार चला गया। यह जानकारी जॉन हॉप्किंस यूनिवर्सिटी ने दी।
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