कोलकाता, 21 मई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण राज्य में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित जिलों का दौरा करने और तबाह हो गए इलाकों के पुनर्निर्माण के लिए सहायता देने का आग्रह किया।
ममता ने प्रत्येक मृतक के परिवार के सदस्यों के लिए दो लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा, "अब तक हमें मिली रिपोर्ट के अनुसार राज्य में चक्रवात अम्फान के कारण 72 लोगों की मौत हो गयी है। दो जिले- उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। हमें उन जिलों का फिर से पुनर्निमाण करना होगा। मैं केंद्र सरकार से राज्य को हरसंभव मदद देने का आग्रह करूंगी।’’
उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में प्रारंभिक निर्माण कार्यों के लिए 1,000 करोड़ रुपये के एक विशेष कोष की भी घोषणा की।
ममता ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा, ‘‘मैं बहुत जल्द प्रभावित इलाकों का दौरा करूंगी। स्थिति बहाल करने के लिए काम जल्द ही शुरू होंगे। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और कोलकाता का एक बड़ा हिस्सा कल शाम से ही बड़े स्तर पर बिजली कटौती का सामना कर रहा है। यहां तक कि टेलीफोन और मोबाइल संपर्क भी प्रभावित हैं।"
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने जीवन में कभी इतना भयंकर चक्रवात और विनाश नहीं देखा है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करूंगी कि वह आएं और चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों का दौरा करें।’’
ममता ने कहा कि चक्रवात से ऐसी तबाही हुयी है जो हमारी कल्पना से भी परे है।
उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में बंगाल एकजुट है। हम सब मिलकर इसका मुकाबला करेंगे क्योंकि कोई भी चीज बंगाल के लोगों की भावना और ताकत को कम नहीं कर सकती है।
उन्होंने विपक्षी दलों से राज्य के पुनर्निर्माण में हाथ मिलाने का आग्रह किया।
इस बीच अधिकारियों ने कहा कि मृतकों में कोलकाता के 15, उत्तरी 24 परगना के 17, दक्षिणी 24 परगना-सुंदरबन क्षेत्र के चार और बशीरहाट के 10 लोग शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी के साथ ही पूर्वी मिदनापुर, हावड़ा और उत्तरी तथा दक्षिणी 24 परगना जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दक्षिणी 24 परगना जिले का 99 प्रतिशत खत्म हो गया है और कई नवनिर्मित इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।
ममता ने अधिकारियों से जल्द से जल्द पुननिर्माण काम शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुननिर्माण पर होने वाले खर्च का भुगतान "समझदारी से और सावधानीपूर्वक" किया जाना चाहिए।
ममता ने कहा कि हम पहले ही कोरोना वायरस से लड़ने पर काफी पैसा खर्च कर चुके हैं। पिछले दो महीनों से राज्य की आय शून्य है लेकिन बहुत खर्च हुआ है। अब चक्रवात से राज्य की वित्तीय स्थिति और खराब होगी।
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