पोम्पिओ की भारत यात्रा: अमिरीकी विदेश मंत्री की दौरे से भारत को होगा ये फायदा, सुलझ सकते हैं कई विवाद
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ की भारत यात्रा का मकसद विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के साथ सामरिक संबंधों को प्रगाढ़ करना है. विदेश मंत्रालय के एक तथ्यात्मक दस्तावेज में कहा गया कि अमेरिका और भारत स्वाभाविक सामरिक साझेदार हैं. बता दें कि पोम्पिओ तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं.
वॉशिंगटन : अमेरिका (America) ने मंगलवार को कहा कि विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) की भारत यात्रा का मकसद विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के साथ सामरिक संबंधों को प्रगाढ़ करना है. विदेश मंत्रालय के एक तथ्यात्मक दस्तावेज में कहा गया कि अमेरिका और भारत स्वाभाविक सामरिक साझेदार हैं और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) इस साझेदारी को और आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है.
पोम्पिओ तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं. पोम्पिओ के भारत पहुंचने के कुछ घंटों बाद जारी इस दस्तावेज में कहा गया,‘‘हाल में हुए चुनाव में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को मिला प्रचंड बहुमत इस दृष्टिकोण को हकीकत में बदलने का बेहतरीन अवसर मुहैया कराता है.’’
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इसमें कहा गया कि अमेरिका और भारत ऊर्जा, अंतरिक्ष तथा विमानन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा कर स्वतंत्र, खुले और नियम आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र की अपनी साझी परिकल्पना को हकीकत में तब्दील करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.
पोम्पिओ मंगलवार को भारत पहुंचे थे. ट्रंप प्रशासन के दौरान किसी अमेरिकी विदेश मंत्री का यह तीसरा भारत दौरा है. पोम्पिओ की यह यात्रा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जी..20 शिखर सम्मेलन के इतर होने वाली बैठक से पहले हो रही है. जी..20 शिखर सम्मेलन 28...29 जून को जापान के ओसाका में होने वाला है.