Brazilian Flights Banned: नए COVID-19 वैरिएंट के कारण इटली ने लगाया ब्राजील की फ्लाइट्स पर प्रतिबंध
इटली के स्वास्थ्य मंत्री रॉबटरे स्पेरेन्जा ने ब्राजील से इटली के लिए सीधी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ये निर्णय ब्राजील से आए 4 यात्रियों में कोरोना वायरस के एक नए वैरिएंट की पहचान होने के बाद लिया गया है. इसमें लोम्बार्डी, सिसिली और बोलजानो के स्वायत्त प्रांत को लाल या सबसे अधिक जोखिम वाले क्षेत्र में रखा गया है.
रोम, 17 जनवरी: इटली के स्वास्थ्य मंत्री रॉबटरे स्पेरेन्जा ने ब्राजील (Brazil) से इटली के लिए सीधी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ये निर्णय ब्राजील से आए 4 यात्रियों में कोरोना वायरस के एक नए वैरिएंट की पहचान होने के बाद लिया गया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए निर्णय में कहा गया है कि यह प्रतिबंध 31 जनवरी से प्रभावी होंगे.
स्पेरेन्जा ने एक बयान में लिखा है, "मैंने ब्राजील से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगाने के एक ऑर्डर पर ब्राजील हस्ताक्षर किए हैं. साथ ही उन लोगों को इटली में प्रवेश करने से रोक दिया है, जिन्होंने पिछले 14 दिनों में ब्राजील की यात्रा की है." उन्होंने आगे कहा, "हमारे वैज्ञानिकों के लिए यह जरूरी है कि वे नए वैरिएंट का गहन अध्ययन करें. इस बीच हमें ज्यादा से ज्यादा सावधानी बरतनी होगी."
मंत्री ने इटली के 20 क्षेत्रों के कलर-कोडिंग के निर्णय पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जो रविवार से लागू होगा. दरअसल, महामारी की दूसरी लहर को काबू में करने के लिए सरकार ने पिछले साल के अंत में देश की 3 कलर में कोडिंग की थी. पीले, नारंगी और लाल - में विभाजित इन क्षेत्रों में वायरस के संचरण के स्तर को देखते हुए अलग-अलग प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसमें पीले रंग के क्षेत्र सबसे कम जोखिम वाले, नारंगी मध्यम जोखिम वाले और लाल का दर्जा दिए गए क्षेत्र सबसे अधिक जोखिम वाले हैं.
इसमें लोम्बार्डी, सिसिली और बोलजानो के स्वायत्त प्रांत को लाल या सबसे अधिक जोखिम वाले क्षेत्र में रखा गया है. यहां सबसे सख्त प्रतिबंध जैसे सबसे ज्यादा दुकानें, सभी बार, रेस्तरां, जिम और संग्रहालयों को बंद करने के नियम लागू होंगे. बता दें कि इटली में शनिवार को 16,310 नए कोरोनावायरस मामले और 475 मौतें दर्ज हुईं हैं. साथ ही 16,186 लोग ठीक हुए हैं.