तेल अवीव, 26 नवंबर : हमास ने शुरू में पासओवर की पूर्व संध्या के लिए अपने हमले की योजना बनाई थी, लेकिन इजरायल के अलर्ट का स्तर बढ़ने के बाद योजना को रद्द कर दिया था. इजरायली मीडिया ने ये जानकारी दी. टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट में कहा गया है, इजरायली सैन्य खुफिया ने पासओवर (फसह) पर हमले के शुरुआती संकेत पकड़ लिए, जो इस साल 5 अप्रैल को पड़ा था, और अलर्ट बढ़ा दिया, जिससे हमास को अपनी योजना रद्द करनी पड़ी. आईडीएफ ने इस घटना को फॉल्स अलार्म माना.
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, उस प्रयास के बाद की अवधि में, हमास ने, अपने रैंकों में इजरायली मुखबिरों के डर से, अपनी आंतरिक सुरक्षा बढ़ा दी और अपने अधिकांश सदस्यों को बाद की योजनाओं और घुसपैठ के नए समय से अनजान रखा. 7 अक्टूबर की सुबह, सिमचैट तोराह के यहूदी अवकाश पर, लगभग 3,000 आतंकवादी गाजा पट्टी से जमीन, वायु और समुद्र के रास्ते सीमा पार कर इज़राइल में घुस गए, और लगभग 1,200 लोगों को मौत के घाट इतार दिया, साथ ही 240 से अधिक को बंधक बना लिया. इजरायली कस्बों और शहरों पर हजारों रॉकेट दागे गए. अब तक लगभग 50 बंधकों को रिहा कर दिया गया है, जिनमें कतर के नेतृत्व वाले समझौते के तहत 26 महिलाएं और बच्चे और 15 विदेशी नागरिक शामिल हैं. यह भी पढ़ें : Israel Hamas War: पहली खेप में किसी भी अमेरिकी को रिहा नहीं किए जाने पर बाइडेन की आलोचना
योजनाबद्ध फसह हमले के खुलासे के बाद पिछले महीने कई अन्य खुलासे हुए, जिसमें संभावित आक्रमण पर आईडीएफ की खुफिया जानकारी सामने आई, जिसमें गाजा सीमा पर निगरानी सैनिकों द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसमें 7 अक्टूबर से तीन महीने पहले असामान्य हमास प्रशिक्षण अभ्यास का विवरण दिया गया था. टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, 8200 यूनिट के सैनिकों ने कथित तौर पर 7 अक्टूबर के अत्याचारों से पहले वरिष्ठ अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि हमास इज़राइल पर एक अत्यधिक संगठित और सावधानीपूर्वक नियोजित सामूहिक आक्रमण की तैयारी कर रहा है, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनकी चिंता कोरी कल्पना है और इस ओर ध्यान नहीं दिया.