Indian-Origin Man Dies in US: भारतीय मूल के व्यक्ति की अमेरिकी जेल में मौत, 38 साल से बिना जुर्म के काट रहा था सजा
अमेरिका के जेल में 38 साल तक गलत तरीके से बंद रहे भारतीय मूल के क्रिस महाराज की मौत हो गई है. इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल के 85 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक क्रिस महाराज ने 5 अगस्त को फ्लोरिडा स्टेट जेल की अस्पताल में अंतिम सांस ली है. वे एक ऐसे अपराध के लिए 38 साल जेल में रहे, जो उन्होंने किया ही नहीं था.
Indian-Origin Man Dies in US: अमेरिका के जेल में 38 साल तक गलत तरीके से बंद रहे भारतीय मूल के क्रिस महाराज की मौत हो गई है. इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मूल के 85 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक क्रिस महाराज ने 5 अगस्त को फ्लोरिडा स्टेट जेल की अस्पताल में अंतिम सांस ली है. वे एक ऐसे अपराध के लिए 38 साल जेल में रहे, जो उन्होंने किया ही नहीं था. दरअसल, महाराज को 1986 में दो युवकों डेरिक और डुआने मू यंग की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था. 2002 में उनकी मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया था. 2019 में निर्दोष घोषित किए जाने के बावजूद, महाराज को जेल में ही रहना पड़ा. क्योंकि अमेरिकी अपील अदालत का कहना था कि उनकी निर्दोषता के सबूत उनकी रिहाई के लिए पर्याप्त नहीं थे.
जानकारी के मुताबिक, क्रिस महाराज इंग्लैंड में एक अमीर व्यापारी थे. उनके पास रेस के कई घोड़े और महंगी रोल्स रॉयस कारें थीं. महाराज मूल रूप से त्रिनिदाद के निवासी थे और 1960 से इंग्लैंड में रह रहे थे. उन्हें फ्लोरिडा में उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे अपनी पत्नी के साथ घूमने गए थे.
भारतीय मूल के व्यक्ति की अमेरिकी जेल में मौत
क्रिस की पत्नी मारिता महाराज ने उनकी मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने स्काई न्यूज से कहा कि मैंने 1976 में क्रिस से वादा किया था कि हम मृत्यु तक साथ रहेंगे. मैं इस बात से बहुत दुखी हूं कि वह उस भयानक जगह पर अकेले मर गए. मैं चाहती हूं कि उन्हें दफनाने के लिए ब्रिटेन वापस लाया जाए. उन्होंने महाराज पर लगे इल्जाम को साफ करने के लिए लड़ाई जारी रखने का वादा किया. उन्होंने आगे कहा कि मैं उन्हें इस अपराध के लिए दोषमुक्त करना जारी रखूंगी, जो उन्होंने कभी किया ही नहीं था. उन पर हत्या का झूठा आरोप लगाया गया था. अपनी बेगुनाही साबित करने के बावजूद, वह अपनी मृत्यु तक फ्लोरिडा स्टेट जेल में बंद रहे.