11 सितंबर 2001 का वह दिन जब अमेरिका के साथ पूरी दुनिया दहल गई थी. इस दिन को अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला भी माना जाता है. इस आतंकी हमले में हजारों अमेरिकी बे-वक्त मौत की आगोश में समा गए थे. अमेरिका में हुए इस 9/11 के इस हमले ने दुनिया के सबसे ताकतवर देश को बिलखने पर मजबूर कर दिया था. आतंकियों ने हवाई जहाजों को हथियार बनाकर अमेरिका को अपना निशाना बानया था.
9/11 की 17वीं बरसी पर कुछ अनकही कहानी...
- आतंकी संगठन अल-कायदा के कमांडर ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका पर 9 सितंबर 2001 को आतंकी हमले को अंजाम दिया था. इस घटना ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी थी.
- अमेरिका में हमले को अंजाम देने के लिए करीब 19 आतंकवादियों ने चार प्लेन को हाईजैक किए गए थे. जिसमें से 2 हवाई जहाजों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर और एक पेंटागन पर गिराया गया था, जबकि चौथा शेंकविले के खेत गिरा दिया था.
- अल-कायदा के 19 आतंकियों ने 11 सितंबर 2001 को अल कायदा के चार अमेरिकी विमान हाइजैक कर लिया था.
जिसके बाद पहला हमला सुबह 8:46 और 9:03 बजे न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ और साउथ टावर से टकरा दिया. उसके बाद न्यूयॉर्क की नाक कही जाने वाली इमारत वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पलभर में जमींदोज हो गई.
- 9/11 के आतंकवादी हमले में 2996 लोग मारे गए थे और 6000 घायल हो गए थे. इस घटना में 100 पुलिस अधिकारी और फायर फाइटर्स के जवान भी शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले से अमेरिका का 10 बिलियन डॉलर की प्रॉपर्टी बर्बाद हो गई और अर्थव्यवस्था पर उसका असर पड़ा था.
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में सात इमारतों का एक कॉम्प्लेक्स था. 13,400,000 स्क्वायर फीट में ऑफिस स्पेस था और 50 हजार लोग काम करते थे और अन्य 2 लाख लोग यहां से गुजरते थे.
- 9/11 के आतंकी हमले की जिम्मेदारी अल -कायदा ने अंजाम दिया था. जिसका कमांडर ओसामा बिन लादेन था. इस घटना के बाद अमेरिका बौखाला गई थी और एक गुप्त ऑपरेशन के तहत 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मार डाला.
- इस हमले को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन करार दिया था. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की जगह पर अब एक नेशनल सितंबर 11 मेमोरियल और म्यूजियम बनाया गया है.