वाशिंगटन, 11 जून : भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति (Raja Krishnamurthy) ने कहा है कि दुनिया को कोविड-19 रोधी टीके की 50 करोड़ खुराकें दान करना ही काफी नहीं है बल्कि अमेरिका को महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में और अधिक योगदान देना चाहिए. इंग्लैंड में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले बाइडन ने दुनियाभर में कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ जंग में तेजी लाने के लिए बृहस्पतिवार को 50 करोड़ खुराकें दान करने का वादा किया था. बाद में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि जी7 देश अन्य देशों को टीके की कम से कम एक अरब खुराकें देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि अमेरिका वैश्विक टीकाकरण के प्रयासों में मदद के लिए 50 करोड़ खुराकें खरीदेगा जिसमें से 20 करोड़ खुराकें 2021 के अंत तक दी जायेंगी, लेकिन यह काफी नहीं है. यह एक बड़े उद्देश्य में महज एक पहला कदम है और महामारी को खत्म करने के लिए हमें निश्चित रूप से टीकों का उत्पादन बढ़ाना चाहिए तथा लाखों खुराकों की आपूर्ति करनी चाहिए.’’ बाइडन ने घोषणा की है कि अमेरिका एक बड़ा कदम उठा रहा है जो कोविड-19 महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को अधिक प्रभावी बनायेगा. यह भी पढ़ें :Copa America 2021: मेस्सी, डि मारिया और एगुएरो कोपा अमेरिका के लिये अर्जेंटीना की टीम में
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका कोविड-19 रोधी टीकों की 50 करोड़ खुराकें फाइजर से खरीदेगा और महामारी के खिलाफ जंग में इन्हें जरूरतमंद 100 देशों को देगा. यह एक ऐतिहासिक कदम है. किसी एक देश द्वारा यह अब तक सबसे अधिक मात्रा में टीकों का दान है.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि अगस्त से इन टीकों को जरूरतमंद देशों को भेजा जायेगा. इस साल तक 20 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की जायेंगी और 30 करोड़ खुराकें 2022 में दी जायेंगी. उन्होंने दावा किया कि अमेरिका दुनिया भर में कोविड-19 रोधी टीके की आपूर्ति की वैश्विक पहल कोवैक्स के तहत किसी भी देश से कहीं अधिक योगदान कर रहा है.