तिरुपति: आंध्र प्रदेश के तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SVIMS) अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना घटी, जिसमें एक मरीज ने ड्यूटी पर तैनात एक जूनियर महिला डॉक्टर पर हिंसक हमला किया. इस भयावह घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मरीज ने अचानक डॉक्टर के बाल पकड़कर उनका सिर बिस्तर के स्टील फ्रेम पर जोर से मारा. इस हमले के दौरान अन्य डॉक्टरों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और मरीज को दूर धकेला.
वीडियो ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है, और इसे देखकर अस्पताल के माहौल में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. मरीज का नाम बांगारू राजू बताया जा रहा है.
जूनियर महिला डॉक्टर पर मरीज ने हमला किया
एक और जूनियर डॉक्टर पर हुआ हमला,
देखें CCTV फुटेज कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला पीजी डॉक्टर की जघन्य हत्या के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं
इसी बीच तिरुपति SVIMS अस्पताल से हैरान करने वाला CCTV फुटेज सामने आया है, जहां एक जूनियर रेजिडेंट पर एक… pic.twitter.com/haAnYGIUzm
— Live Dainik (@Live_Dainik) August 27, 2024
घटना के बाद, एसवीआईएमएस के अन्य डॉक्टरों ने इस हमले के विरोध में प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए. डॉक्टरों ने मांग की है कि अस्पताल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं और इस तरह के हमलों से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं.
CCTV में कैद हुई घटना
Assault on ER Intern in SVIMS TIRUPATI
Just look at the audacity of the man trying to grab the female doctor in front of everyone
This is exactly why doctors are demanding Central protection act ! @APPOLICE100 pic.twitter.com/VEuG02BzQa
— Dr.Dhruv Chauhan (@DrDhruvchauhan) August 25, 2024
चिंता की बात यह है कि यह घटना सिर्फ तिरुपति के एसवीआईएमएस अस्पताल की नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुरक्षा की कमी को उजागर करती है. डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी मरीजों की सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं, लेकिन उनकी खुद की सुरक्षा को लेकर भी गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है. इस घटना ने प्रशासन को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अस्पतालों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाए.