Hacking For Intelligence: हैकरों ने खुफिया जानकारी के लिए रक्षा और उपग्रह कंपनियों को बनाया निशाना, Microsoft का खुलासा

उपग्रह, रक्षा और दवा कंपनियों को निशाना बनाने का सटीक कारण अज्ञात है, प्रतिबंधों से उत्पन्न बढ़े हुए प्रोत्साहन से पता चलता है कि ईरान खुफिया जानकारी की तलाश कर रहा है.

सैन फ्रांसिस्को, 17 सितंबर: माइक्रोसॉफ्ट के एनालिस्ट ने कहा है कि ईरान समर्थित हैकरों ने खुफिया जानकारी इकट्ठा करने और कड़े अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए दुनिया भर में उपग्रह, रक्षा और दवा कंपनियों को निशाना बनाया है.

माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, फरवरी के बाद से, हैकरों ने एक सरल हैकिंग तकनीक का उपयोग कर कई संगठनों में सफलतापूर्वक सेंध लगाई है, जो तेहरान की हैकिंग टीमों के उच्च स्तर के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है.

अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों ने सैन्य हार्डवेयर तक उनकी पहुंच सीमित कर दी है और पश्चिमी कंपनियों को देश में मेडिकल सप्लाई को भी कम कर दिया है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान को विदेशी कंपनियों द्वारा रखे गए ट्रेड सीक्रेट की तलाश करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. X पेड यूजर्स के लिए सरकारी ID के आधार पर वेरिफिकेशन शुरू, फर्जी अकाउंट्स पर लगेगा लगाम

हैकरों द्वारा लक्षित उद्योग वे हैं जिनमें प्रतिबंधों के चलते आवश्यक संसाधन प्राप्त करने में कठिनाइयों के कारण उन्हें घरेलू उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है.

हालांकि, उपग्रह, रक्षा और दवा कंपनियों को निशाना बनाने का सटीक कारण अज्ञात है, प्रतिबंधों से उत्पन्न बढ़े हुए प्रोत्साहन से पता चलता है कि ईरान खुफिया जानकारी की तलाश कर रहा है.

माइक्रोसॉफ्ट के एनालिस्ट के अनुसार, हैकर्स बड़ी संख्या में सामान्य पासवर्ड का अनुमान लगाकर ईमेल अकाउंट्स में सेंध लगा रहे हैं. तकनीक की सरलता के चलते हैकर्स बिना पहचाने अपना काम जारी रखने में सक्षम हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान का हैकिंग के आरोपों से इनकार करने का इतिहास रहा है और सरकार ने अभी तक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट ने यह खुलासा नहीं किया है कि अमेरिका में किन कंपनियों को निशाना बनाया गया और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने भी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

इस बीच, चीन समर्थित हैकरों ने अमेरिकी सरकार के ईमेल तक निर्बाध पहुंच हासिल करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट से एक डिजिटल कंज्यूमर की (चाबी) चुरा ली और तकनीकी दिग्गज ने विस्तार से बताया कि कैसे साइबर अपराधियों ने इसे अंजाम दिया.

चीन बेस्ड स्टॉर्म-0558 ने ओडब्ल्यूए (आउटलुक वेब ऐप) और आउटलुक डॉट कॉम तक पहुंचने के लिए टोकन बनाने के लिए एक अधिग्रहीत माइक्रोसॉफ्ट अकाउंट (एमएसए) कंज्यूमर की का उपयोग किया.

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