Amazon Return to Office Rule: '73% कर्मचारी नौकरी छोड़ना चाहते हैं', 5 दिन में ऑफिस लौटने के नियम से अमेज़न के Employee नाराज, रिपोर्ट में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

अमेज़न के सीईओ एंडी जेसी द्वारा अगले साल 2 जनवरी से कर्मचारियों को हफ्ते में 5 दिन ऑफिस से काम करने के आदेश के बाद से कंपनी के भीतर हलचल मच गई है.

अमेजन (Photo Credit: Wikimedia Commons)

Amazon Return to Office Rule: अमेज़न के सीईओ एंडी जेसी द्वारा अगले साल 2 जनवरी से कर्मचारियों को हफ्ते में 5 दिन ऑफिस से काम करने के आदेश के बाद से कंपनी के भीतर हलचल मच गई है. एक हालिया सर्वे के अनुसार, इस फैसले के बाद अमेज़न के लगभग 73 प्रतिशत कर्मचारी नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. यह सर्वेक्षण जॉब रिव्यू साइट ‘ब्लाइंड’ द्वारा 2,585 अमेज़न कर्मचारियों से बातचीत के बाद तैयार किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, 91 प्रतिशत कर्मचारियों ने इस नए ऑफिस में वापसी के आदेश को लेकर "बेहद असंतोष" जताया है. इनमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा कर्मचारियों ने दावा किया कि वे किसी ऐसे सहकर्मी को जानते हैं, जो पहले से ही दूसरी नौकरी की तलाश में है.

कई कर्मचारियों ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि यह आदेश उनकी उम्मीदों के बिलकुल विपरीत है. कई कर्मचारियों का कहना है कि वे कंपनी के इस फैसले से बहुत निराश हैं, खासकर वे लोग जिन्हें पहले वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी गई थी.

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एक कर्मचारी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “इस नौकरी के लिए मेरा मनोबल पूरी तरह से खत्म हो चुका है. अगर मुझे ‘परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्लान’ (PIP) के तहत रखा गया तो स्थिति और खराब हो जाएगी.” एक अन्य कर्मचारी ने कहा, “ऑफिस से दूर काम पर रखा गया था, अब ऑफिस आने का आदेश तर्कसंगत नहीं है। मेरा परिवार और बच्चे यहां हैं, मैं स्थानांतरित होने के लिए तैयार नहीं हूं। अगर मैं नहीं भी जाता, तो भी 6 महीने के अंदर मुझे नौकरी से निकाले जाने का खतरा है। तो आखिरकार स्थानांतरण का जोखिम क्यों उठाऊं?”

पहले भी कर्मचारियों ने जताई थी आपत्ति

फरवरी 2023 में जब अमेज़न ने सप्ताह में तीन दिन ऑफिस आने का आदेश दिया था, तब भी कर्मचारियों ने आपत्ति जताई थी. कर्मचारियों के एक समूह ने अपने नेताओं को इस संबंध में पत्र भी लिखा था, लेकिन उनकी चिंताओं को नजरअंदाज कर दिया गया था.

कुल मिलाकर, अमेज़न के इस नए फैसले ने कंपनी के भीतर असंतोष का माहौल पैदा कर दिया है. ऐसे में देखना होगा कि कंपनी इस मुद्दे को कैसे संभालती है और अपने कर्मचारियों के मनोबल को कैसे बढ़ाती है.

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