Salva Marjan Quick Facts: कौन है केरल की उभरती स्टार साल्वा मार्जन? जो भारत की पहली महिला F1 रेसर बनने के करीब, जानें उनके बारें में रोचक तथ्य

सलवा मरजान ने F1 ड्राइवर बनने का सपना देखा और अपनी मेहनत, जुनून और खेल के प्रति प्रेम के साथ, वह अब इस सपने के करीब पहुंच चुकी हैं. 25 साल की उम्र में, केरल की सलवा मरजान जनवरी 2025 में Fédération Internationale de l'Automobile (FIA) द्वारा आयोजित फॉर्मूला 1 अकादमी में भाग लेने वाली केरल की पहली महिला बन जाएंगी.

सलवा मरजान (Photo Credits: salvamarjan_/Instagram)

Salva Marjan Quick Facts: फॉर्मूला 1 दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है. इसकी रफ्तार का रोमांच, नियंत्रण की सटीकता, और दृढ़ संकल्प, ये सभी फैन्स को इस खेल की ओर आकर्षित करते हैं. कईयों को F1 ड्राइवर बनने के लिए प्रेरित करते हैं. इसी प्रेरणा से केरल के कोझिकोड के एक ग्रामीण इलाके की एक युवा लड़की साल्वा मार्जन ने F1 ड्राइवर बनने का सपना देखा और अपनी मेहनत, जुनून और खेल के प्रति प्रेम के साथ, वह अब इस सपने के करीब पहुंच चुकी हैं. 25 साल की उम्र में, केरल की साल्वा मार्जन जनवरी 2025 में Fédération Internationale de l'Automobile (FIA) द्वारा आयोजित फॉर्मूला 1 अकादमी में भाग लेने वाली केरल की पहली महिला बन जाएंगी. यह भी पढ़ें: इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम में चुने गए ध्रुव जुरेल, यहां जानें बल्लेबाज के बारे में रोचक तथ्य

साल्वा मार्जन के सपनों का सफर आसान नहीं था. उन्होंने अपनी रेसिंग महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कई नौकरियां कीं. यहां तक कि उद्यमिता में भी कदम रखा, ताकि वह अपनी बचत जमा कर सकें. उनके परिवार ने उन्हें पूरे समय समर्थन दिया, हालांकि समुदाय से आलोचनाएं भी झेलनी पड़ीं. F1 एक ऐसा खेल है जिसमें शारीरिक चुनौतियाँ बहुत अधिक होती हैं, और यह एक व्यक्ति को उसकी शारीरिक सीमाओं के कगार तक धकेल सकता है. ऐसे कई क्षण थे जब सलवा ने हार मानने का विचार किया, लेकिन रेसिंग के प्रति उनका जुनून हमेशा उन्हें वापस खींच लाता. अब जब वह अपने सपनों के करीब पहुंच चुकी हैं, फैन्स जानना चाहते हैं कि सलवा ने भारत से लेकर इस मुकाम तक का सफर कैसे तय किया. यहाँ हम सलवा की यात्रा की पूरी जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं.

सलवा मरजान के बारे में कुछ त्वरित तथ्य:

हालांकि भारत एक खेल राष्ट्र बनने की दिशा में प्रगति कर रहा है, लेकिन मोटरस्पोर्ट्स में वह अब भी पीछे है. नारायण कार्तिकेयन, करुण चंडोक, जहान दारुवाला, अर्जुन मइनी, और महावीर रघुनाथन जैसे कुछ नामों को छोड़कर इस क्षेत्र में हमारी उपस्थिति सीमित रही है. अब जब साल्वा मार्जन भारत की पहली महिला F1 रेसर बनने के करीब खड़ी हैं, वह निश्चित रूप से देशभर की महिलाओं को मोटरस्पोर्ट्स अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी.

Share Now

\