गौतम गंभीर ने बीसीसीआई, प्रशासकों की समिति और बंगाल क्रिकेट संघ की आलोचना की
गौतम गंभीर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए टी-20 मैच से पहले इडेन गार्डन्स स्टेडियम में मोहम्मद अजहरुद्दीन को घंटी बजाने की आज्ञा देने पर सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), प्रशासकों की समिति (सीओए) और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) की आलोचना की है.
नई दिल्ली: गौतम गंभीर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए टी-20 मैच से पहले इडेन गार्डन्स स्टेडियम में मोहम्मद अजहरुद्दीन को घंटी बजाने की आज्ञा देने पर सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई), प्रशासकों की समिति (सीओए) और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) की आलोचना की है. भारत ने रविवार को तीन टी-20 मैचों की सीरीज के पहले मैच में मेहमान टीम को हराकर 1-0 की बढ़त बनाई.
गंभीर ने ट्विटर पर लिखा, "भारत ने भले ही ईडन गार्डन्स स्टेडियम में हुए मैच में जीत हासिल की हो लेकिन मुझे खेद है कि बीसीसीआई, सीओए और सीएबी की हार हुई है. ऐसा लगता है कि भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करने की नीति रविवार को छुट्टी पर थी. मैं जानता हूं कि उन्हें (अजहरुद्दीन को) एचसीए का चुनाव लड़ने की इजाजत दी गई थी लेकिन यह तो सदमा पहुंचाने वाला है. घंटी बज रही है, उम्मीद करता हूं कि शक्तियां सुन रही होंगी." यह भी पढ़ें- दिल्ली प्रदूषण: गौतम गंभीर ने केजरीवाल सरकार पर कहा तंज, बोले- ऑक्सीजन भगाया AAP ने
सीएबी के अधिकारियों ने हालांकि, गंभीर की राय पर बयान देने से मना कर दिया. अजहर के करियर का विवादास्पद ढंग से अंत हुआ था. वर्ष 2000 में मैच फिक्सिंग विवाद में उनका नाम सामने आया था और उन पर बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था. हालांकि, इस फैसले को अजहर ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी और वर्ष 2012 में न्यायालय का फैसला अजहर के पक्ष में रहा था. उन्होंने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं.