हिन्दू धर्म में मंगलवार का दिन बहुत महत्त्वपूर्ण होता है. इस दिन व्रत करने से मन चाहे फल की प्राप्ति होती है. मंगलवार का दिन बजरंगबली हनुमान का होता है. ये दिन भगवान गणपति का भी होता है. इस दिन पूरे विधि विधान से व्रत और पूजा करने से सभी तरह के भय और चिंताओं से मुक्ति मिलती है. मंगलवार के व्रत में दिन भर व्रत रखने के बाद शाम को एक अन्न खाया जा सकता है. शाम को पूजा पाठ के बाद दूध रोटी या दही खाया जा सकता है.
इस दिन सूर्योदय से पहले उठ जाएं, स्नान आदि करने के बाद पूरे विधि विधान से भगवान की पूजा करें. मंगलवार के दिन लाल रंग के वस्त्र पहनने चाहिए. सिन्दूर, फूल, आदि चढ़ाकर भगवान में ध्यान लगाएं. यह व्रत कम से कम लगातार 21 मंगलवार तक किया जाना चाहिए. हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं.
मंगलवार के व्रत से कुंडली का मंगल ग्रह शुभ फल देने वाला होता है. इस व्रत से हनुमान जी की अशीम कृपा मिलती है. यह व्रत सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ को बढ़ाता है. संतान प्राप्ति के लिए भी है यह व्रत बहुत लाभकारी है. जो यह व्रत करते हैं उन पर भूत-प्रेत, काली शक्तियों का दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है.
21 मंगलवार के व्रत होने के बाद 22वें मंगलवार को विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन करें और सिन्दूरी रंग का चोला चढ़ाएं. फिर 21 ब्राह्मणों को बुलाकर उन्हें भोजन कराएं और क्षमतानुसार दान–दक्षिणा दें.