Sharad Navratri 2024 Rangoli Designs: शारदीय नवरात्रि पर खूबसूरत रंगोली बनाकर करें मां दुर्गा का स्वागत, देखें कलरफुल डिजाइन्स
घटस्थापना यानी कलश स्थापना कर भक्त देवी दुर्गा का आह्वान करते हैं, साथ ही मातारानी के स्वागत के लिए खूबसूरत रंगोली भी बनाई जाती है. रंगोली के रंगों को शुभता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए मां दुर्गा के स्वागत के लिए भक्त घर के मुख्य द्वार और पंडालों के सामने रंगोली बनाते हैं. आप भी इन कलरफुल और खूबसूरत रंगोली से मातारानी का भव्य स्वागत कर सकते हैं.
Sharad Navratri 2024 Rangoli Designs: देशभर में शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) की धूम मची हुई है, जी हां, आज (03 अक्टूबर 2024) से मां दुर्गा (Maa Durga) की उपासना के नौ दिवसीय पर्व शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है, जबकि नौ दिनों बाद इस उत्सव का समापन अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को होता है और उसके अगले दिन यानी दशमी तिथि को विजयादशमी (Vijayadashami) का त्योहार देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस साल महा नवमी 11 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जबकि 12 अक्टूबर को दशहरे (Dussehra) का पर्व मनाया जाएगा. नवरात्रि के पहले दिन भक्त कलश स्थापना (Kalash Sthapana) यानी घटस्थापना (Ghatsthapana) करके देवी दुर्गा का आह्वान करते हैं.
घटस्थापना यानी कलश स्थापना कर भक्त देवी दुर्गा का आह्वान करते हैं, साथ ही मातारानी के स्वागत के लिए खूबसूरत रंगोली भी बनाई जाती है. रंगोली के रंगों को शुभता का प्रतीक माना जाता है, इसलिए मां दुर्गा के स्वागत के लिए भक्त घर के मुख्य द्वार और पंडालों के सामने रंगोली बनाते हैं. आप भी इन कलरफुल और खूबसूरत रंगोली से मातारानी का भव्य स्वागत कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: Navratri 2024 Colours List for 9 Days: शरद नवरात्रि आज से शुरू, नौ दिनों में पहनने के लिए यहां देखें तिथिवार 9 रंग
घटस्थापना के लिए कलश वाली रंगोली
कलश स्थापना आसान रंगोली
शारदीय नवरात्रि रंगोली डिजाइन
नवरात्रि 9 दिन 9 कलर्स रंगोली डिजाइन
मातारानी की छवि वाली रंगोली
शारदीय नवरात्रि स्पेशल रंगोली
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में कलश स्थापना करने से मां दुर्गा की कृपा से भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली का आगमन होता है. इस अवसर पर रंगोली बनाने की परंपरा भी सालों से चली आ रही है. गौरतलब है कि शारदीय नवरात्रि के दौरान पूरे नौ दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में गरबा-डांडिया और रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है.