Lohri 2024 Wishes: लोहड़ी के इन शानदार हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings, Quotes को भेजकर अपनों को दें लख-लख बधाइयां!
लोहड़ी की शुरुआत अलाव जलाने से होती है जो सर्दियों के अंत और गर्म दिनों के आगमन का प्रतीक है. लोहड़ी की अग्नि में लोग प्रार्थना करते हुए मूंगफली, गुड़, तिल और मक्के जैसी चीजें डालते हैं. इस अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स को भेजकर अपनों को लोहड़ी की लख-लख बधाइयां दे सकते हैं.
Happy Lohri 2024 Wishes in Hindi: लोहड़ी (Lohri) का त्योहार फसलों के मौसम का जश्न मनाने और अच्छी फसल के लिए प्रकृति का आभार व्यक्त करने के लिए परिवारों और समुदायों को एक साथ लाता है. लोहड़ी उत्तर भारतीय राज्यों पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), राजस्थान (Rajathan), जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सबसे अधिक मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है. मकर संक्रांति (Makar Sankranti) से ठीक एक दिन पहले मनाए जाने वाले इस पर्व को सभी धर्मों के लोग धूमधाम से मनाते हैं. इस साल लोहड़ी 14 जनवरी 2024 को मनाई जा रही है. लोहड़ी को रबी की फसलों की कटाई और शीतकालीन संक्रांति के अंत को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है, जिसका अर्थ यह है कि इस पर्व से दिन लंबे और रातें छोटी होने लगती हैं.
लोहड़ी एक जीवंत त्योहार है जो लोगों के बीच एकजुटता, भाईचारा, कृतज्ञता और एकता की भावना को बढ़ावा देता है. लोहड़ी की शुरुआत अलाव जलाने से होती है जो सर्दियों के अंत और गर्म दिनों के आगमन का प्रतीक है. लोहड़ी की अग्नि में लोग प्रार्थना करते हुए मूंगफली, गुड़, तिल और मक्के जैसी चीजें डालते हैं. इस अवसर पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स को भेजकर अपनों को लोहड़ी की लख-लख बधाइयां दे सकते हैं.
1- मीठे गुड़ में मिल गया तिल,
उड़ी पतंग और खिल गया दिल,
आपके जीवन में आए,
हर दिन सुख और शांति.
लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
2- लोहड़ी की आग आपके जीवन को करे रोशन,
रेवड़ी और गजक आपके रिश्ते में लाए मीठापन,
मूंगफली और तिल आपके जीवन में लाए अच्छापन,
सफलता मिले ऐसे जैसे आकाश में उड़े पतंग.
लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
3- हाथ विच मूंगफली,
मुंह विच रेवड़ी,
ला के घुट थोड़ी-थोड़ी,
फेर बोलो...लोहड़ी दी लख-लख वधाई.
लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
4- एक सुबह नई सी,
कुछ धूप अब नहीं रहेंगे,
हम सब करेंगे पूजा पाठ,
खाएंगे तिल गुड़ के लड्डू साथ.
लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
5- मूंगफली दी खुशबु ते गुड़ दी मिठास,
मक्की दी रोटी ते सरसों दा साग,
दिल दी खुशी ते अपनों का प्यार,
मुबारक होवे तानु लोहड़ी का त्योहार…
लोहड़ी दी लख लख-लख बधाइयां
उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में लोहड़ी को धूमधाम से मनाया जाता है, जिसे गन्ना, गेहूं और सरसों जैसी सर्दियों की फसलों की कटाई का प्रतीक माना जाता है. यह किसानों के लिए कृषि समृद्धि और सर्दियों के मौसम से पहले बोई गई फसलों की पर्याप्त कटाई के लिए सूर्य देवता (सूर्य देवता) और अग्नि (अग्नि देवता) के प्रति आभार व्यक्त करने का उत्सव है. इस पर्व के जश्न के दौरान लोहड़ी की आग के चारों तरफ लोग पांरपरिक पंजाबी डांस भांगड़ा और गिद्दा करते हैं. इसके साथ सरसों दा साग और मक्के की रोटी के साथ गजक व रेवड़ी जैसे पारंपरिक व्यंजनों का सेवन किया जाता है.