Jawaharlal Nehru Jayanti 2021 Wishes: पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती की इन WhatsApp Stickers, GIF Greetings, HD Images, Wallpapers के जरिए दें बधाई
देशभर में पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस यानी चिल्ड्रेन्स डे के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है. इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है और उनके जन्मदिन की बधाई दी जाती है. इस खास अवसर पर आप भी इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Jawaharlal Nehru Jayanti 2021 Wishes in Hindi: भारत में हर साल 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती (Jawaharlal Nehru Jayanti) मनाई जाती है. उनका जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद (Allahabad) में हुआ था. अपने घर पर निजी शिक्षकों से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद पंद्रह साल की उम्र में नेहरू जी इंग्लैंड चले गए और उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रवेश लिया और साइंस में ग्रैजुएशन किया. साल 1912 में स्वदेश लौटने के बाद वे सीधे तौर पर राजनीति से जुड़ गए. इसी साल जवाहर लाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने एक प्रतिनिधि के तौर पर बांकीपुर सम्मेलन में हिस्सा लिया और साल 1919 में इलाहाबाद के होम रूल लीग के सचिव बने. जब उनकी मुलाकात पहली बार साल 1916 में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) से हुई तो वे उनसे काफी प्रभावित हुए. नेहरू जी को असहयोग आंदोलन के चलते दो बार जेल भी जाना पड़ा. इतना ही नहीं उन्हें नमक सत्याग्रह और कांग्रेस के कई अन्य आंदोलनों के कारण कई बार जेल जाना पड़ा था.
देशभर में पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती को बाल दिवस यानी चिल्ड्रेन्स डे के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है. इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है और उनके जन्मदिन की बधाई दी जाती है. इस खास अवसर पर आप भी इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स के जरिए अपने दोस्तों-रिश्तेदारों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती 2021
2- पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती 2021'
3- पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती 2021
4- पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती 2021
5- पंडित जवाहर लाल नेहरू जयंती 2021
इस साल जवाहर लाल नेहरू की 132वीं जयंती मनाई जा रही है. जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से खास लगाव था, इसलिए वो अपने खाली समय में बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताना पसंद करते थे, बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरू कहकर संबोधित किया करते थे. उनका निधन 74 साल की उम्र में 27 मई 1964 को राजधानी दिल्ली में हुआ था. बच्चों के प्रति उनके लगाव और स्नेह को देखते हुए ही उनकी मृत्यु के बाद बाल दिवस को उनकी जयंती पर मनाने का फैसला किया गया.