Deepawali 2023 Wishes in Sanskrit: शुभ दीपावली! संस्कृत के इन WhatsApp Messages, Quotes, Shlokas, Facebook Greetings के जरिए दें हार्दिक बधाई
कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली मनाई जाती है और इस दिन धन व ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है. पांच दिवसीय दिवाली के मुख्य पर्व दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन की लोग शुभकामना संदेशों के जरिए शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में इस शुभ अवसर पर आप भी इन विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, श्लोक, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए संस्कृत में शुभ दीपावली कहकर बधाई दे सकते हैं.
Deepawali 2023 Wishes in Sanskrit: दिवाली (Diwali) या दीपावली (Deepawali) दीयो का एक ऐसा पर्व है, जिसका हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या नगरी में वापस लौटे थे, उनके आने की खुशी में पूरी अयोध्या (Ayodhya) नगरी को दीयों से रोशन किया गया था. कहा जाता है कि तब से दिवाली मनाने की परंपरा शुरु हुई है और यह सिलसिला अब तक बरकरार है. हिंदू पंचांग के मुताबिक, पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से धनतेरस (Dhanteras) के साथ शुरु होती है और समापन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ होता है. दिवाली का मुख्य पर्व दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) होता है जो इस साल 12 नवंबर 2023 को है.
कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली मनाई जाती है और इस दिन धन व ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है. पांच दिवसीय दिवाली के मुख्य पर्व दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन की लोग शुभकामना संदेशों के जरिए शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में इस शुभ अवसर पर आप भी इन विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, श्लोक, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए संस्कृत में शुभ दीपावली कहकर बधाई दे सकते हैं.
1- दीपस्य प्रकाशः न केवलं भवतः गृहम् उज्ज्वालयतु जीवनम् अपि।
भावार्थ: दीयों की रोशनी न केवल आपके घर को बल्कि आपके जीवन को भी रोशन करे.
2- सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि।
मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मि नमोस्तु ते।।
भावार्थ: सिद्धि, बुद्धि, सुख और मोक्ष प्रदान करने वाली, मनोवांछित फल प्रदायनी हे माता महालक्ष्मी मैं आपको प्रणाम करता हूं.
3- सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयंकरि।
सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोऽस्तुते।।
भावार्थ: सब जानने वाली, सारे वर देने वाली, सब दुष्टों को भयभीत कर देने वाली, सब दुःखों को हरने वाली देवी महालक्ष्मी आपको नमन है.
4- दीपावल्याः सहस्रदीपाः भवतः जीवनं सुखेन,
सन्तोषेण, शान्त्या आरोग्येण च प्रकाशयन्तु।
भावार्थ: दिवाली के हजारों दीपक आपके जीवन को खुशी, शांति और आनंद से रोशन करें. आपको स्वास्थ्य लाभ मिले.
5- शुभम करोति कल्याणम,
अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः,
दीपःज्योति नमोस्तुते।
भावार्थ: शुभ करता है, कल्याण करता है, आरोग्य व सुख-संपत्ति को देने वाला है और शत्रु की बुद्धि का नाश करता है, ऐसे दीपक की ज्योति को हमारा नमस्कार है.
दीपावली के दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करने से भक्तों को धन-ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. ऐसी धारणा है कि जिस व्यक्ति के पास ज्ञान होता है, उसके पास धन भी स्थिर रहता है, इसलिए माता लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा की जाती है.