यूपी में एमएलसी की रिक्त सीटों के लिए मतदान शुरू, मुख्यमंत्री योगी ने डाला वोट
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खाली 36 में से 27 सीट पर शनिवार को मतदान शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला और गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
लखनऊ, 9 अप्रैल : उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खाली 36 में से 27 सीट पर शनिवार को मतदान शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला और गोरखपुर के सांसद रविकिशन ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. मतदान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गोरखपुर नगर निगम के बने मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधानसभा की तरह विधान परिषद में भी भाजपा का प्रचंड बहुमत होगा. उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में करीब चार दशक बाद ऐसा होने जा रहा है कि सत्तारूढ़ दल विधान परिषद में बहुमत प्राप्त करेगा. पूरे प्रदेश में एमएलसी सीटों पर चुनाव आयोजित किए गए हैं. मैं यहां अपना मतदान करने आया हूं. जो 36 सीटों पर चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी, उनमें से 9 सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध चुने गए हैं. 27 सीटों पर आज चुनाव हो रहे हैं."
योगी ने कहा, "पिछली सरकारों के दौरान जिन लोगों ने अवैध रूप से शासकीय, सार्वजनिक, गरीबों और व्यापारियों की संपत्तियों पर कब्जा किया हुआ है. एंटी भू माफिया टास्क फोर्स पूरे प्रदेश में उन कब्जों को मुक्त कराने के लिए कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है. हमने अब तक पेशेवर माफियाओं की 2,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है." उन्होंने कहा कि किसी गरीब ने सार्वजनिक स्थान पर झोपड़ी डाली है और वह जमीन आरक्षित श्रेणी की है तो उसे तबतक नहीं हटाया जाएगा, जबतक कहीं पुनर्वासित न किया जाए. जमीन आरक्षित श्रेणी की न हुई तो वहीं पट्टा दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला भी थे. सीएम ऑफिस का ट्विटर अकाउंट हैक करने के मामले पर कहा कि एजेंसियां जांच कर रही हैं. इससे पूर्व दुर्गा अष्टमी व रामनवमी की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री रामनवमी पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रम होंगे. अयोध्या में विशेष कार्यक्रम होगा 58 जिलों में जनप्रतिनिधि अपना वोट डालेंगे. विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 27 सीटों के चुनाव में अधिकांश सीटों पर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है. वहीं प्रतापगढ़, वाराणसी और आजमगढ़ में निर्दलीय भी भाजपा का गणित बिगाड़ सकते हैं. परिषद में बहुमत हासिल करने के लिए भाजपा ने अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
विधान परिषद सदस्य के चुनाव में कुल 95 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. 58 जिलों में 1.20 लाख से अधिक मतदाता शनिवार को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसके लिए प्रदेश में कुल 739 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. सभी जगह पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए 58 कंपनी अर्ध सैनिक बल भी लगाया गया है. भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के बीच में सीधी लड़ाई मानी जा रही है. इसके लिए 120657 मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे. 27 सीटों पर मतदान सम्पन्न कराने के लिए 3699 मतदान कर्मी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद हैं. यह भी पढ़ें : Chhattisgarh: ममता चंद्राकर के गीतों पर झूमे दर्शक, शिवरीनारायण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लोगों ने देर रात तक उठाया लुत्फ
भाजपा ने हर सीट पर एक प्रदेश पदाधिकारी और प्रदेश सरकार के एक मंत्री को प्रभारी तैनात किया है. पार्टी ने मतदाताओं को ए, बी और सी श्रेणी में बांटा है. हर सीट के मतदाताओं से चार से पांच चरण में अलग-अलग स्तर से संपर्क किया गया है. सी श्रेणी में उन मतदाताओं को रखा गया है जो भाजपा के खिलाफ हैं.
प्रतापगढ़ और मेरठ-गाजियाबाद सीट पर सर्वाधिक छह-छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. आगरा-फिरोजाबाद, आजमगढ़-मऊ, इलाहाबाद, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर से पांच-पांच, पीलीभीत-शाहजहांपुर, रायबरेली, सुलतानपुर-अमेठी और झांसी-जालौन-ललितपुर से चार-चार प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. रामपुर-बरेली, सीतापुर, बाराबंकी, जौनपुर, वाराणसी और इटावा-फरु खाबाद से तीन-तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. बाकी सीटों पर दो-दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.