नई दिल्ली, 14 दिसंबर : लोकसभा की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्षी सांसदों का सदन के अंदर और बाहर हंगामा गुरुवार को भी जारी रहा. बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद लोकसभा में हंगामा जारी रहने पर पांच सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया. दोपहर दो बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने फिर से हंगामा और नारेबाजी करना शुरू कर दिया.
सरकार की तरफ से केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने तारीख के साथ कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं लोकसभा में पहले भी हुई हैं और इस बार की घटना के बाद स्पीकर द्वारा बुलाई गई बैठक में आए सुझावों के आधार पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई कदम पहले ही उठा लिए गए हैं. आज भी स्पीकर ने इसकी समीक्षा की है. जोशी ने लोकसभा स्पीकर को पार्लियामेंट का कस्टोडियन बताते हुए आगे कहा कि इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए, हम सबको दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस पर काम करना है. अतीत से सबक लेते हुए भविष्य के लिए काम करना है. यह भी पढ़ें : मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए श्रीलंका पर दबाव बनाएं केंद्र : स्टालिन
इसके बाद जोशी ने हंगामा कर रहे पांच सांसदों को सदन से सस्पेंड करने का प्रस्ताव सदन के अंदर रखा, जिसे सदन द्वारा स्वीकार करने के बाद हिबी ईडन, एस. ज्योतिमणि, टी एन प्रथापन, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र की बची हुई अवधि के लिए सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद सदन की कार्यवाही को 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.