Twin Tower Demolition: ट्विन टावर आज दोपहर 2:30 बजे हो जाएगी जमींदोज, अंतिम तैयारियों में जुटे इंजीनियर और कर्मचारी

एडिफिस के इंजीनियर ट्विन टावर गिराने की पूरी प्रक्रिया को एक बार फिर से फिर से जांच कर लेना चाहते हैं, इसीलिए कंपनी के इंजीनियर सुबह-सुबह ही ट्विन टावर के सबसे ऊपर छत पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं.

ट्विन टावर (Photo Credits ANI)

Noida Twin Tower Demolition: एडिफिस के इंजीनियर ट्विन टावर गिराने की पूरी प्रक्रिया को एक बार फिर से फिर से जांच कर लेना चाहते हैं, इसीलिए कंपनी के इंजीनियर सुबह-सुबह ही ट्विन टावर के सबसे ऊपर छत पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. एडिफिस कंपनी के लोग यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जब बारूदों में विस्फोट हो तो किसी तरीके की कोई तकनीकी खामी ना आए, इसीलिए सुबह से ही एडिफिस कंपनी के इंजीनियर और वर्कर एक-एक पॉइंट को चेक कर रहे हैं.

कंपनी ने ट्विन टावर के बेसमेंट के बगल में पुराने टायर और लोहे के कंटेनर रखकर गिरने वाले मलबे को रोकने के लिए एक दीवार बनाई है. यह दीवार ट्विन टावर के चारों तरफ बनाई गई है. यह भी पढ़ें : Delhi Murder Case: महिला की हत्या मामले में पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार

एडिफिस कंपनी के कर्मचारी और इंजीनियर पिछले 8 महीनों से ट्विन टावर में डेरा डाले हुए हैं. एडिफिस कंपनी के लिए भी यह शनिवार बड़ा दिन है, क्योंकि ट्विन टावर के आसपास बनी सोसाइटी को पूरी तरह सुरक्षित रखते हुए इस टावर को गिराना सबसे बड़ी चुनौती है.

बता दें कि ट्विन टावर में एक 103 मीटर ऊंचा है तो दूसरा टावर 97 मीटर ऊंचा है, इन दोनों टावर को गिराने के लिए सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी. पहले यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा तो उसके बाद यह सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. दोनों अदालतों ने इस टावर को गिराने का आदेश दिया था.

एपेक्स टावर 32 फ्लोर का और सियान टावर 29 फ्लोर का है. दोनों टॉवर में 915 फ्लैट थे, जिनमें से 633 फ्लैट बुक हो चुके थे. वहीं कंपनी ने इन फ्लैट बायर्स से 180 करोड़ की वसूली भी की, अब सुपरटेक को 12 फीसदी की दर से इन बायर्स को पैसे लौटाने होंगे.

Share Now

\