त्रिपुरा: COVID केयर सेंटर से भागे 30 कोरोना संक्रमित, यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी और पश्चिम बंगाल जाने की आशंका- केस दर्ज

त्रिपुरा के अगरतला में एक कोविड-19 देखभाल केंद्र से 30 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के भागने से हड़कंप मच गया है. पश्चिम त्रिपुरा जिले के डीएम शैलेश यादव (Shailesh Yadav) ने बताया कि सभी लोग त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (Tripura State Rifles) के भर्ती रैली में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से यहां आए थे.

कोरोना की जांच करवाता शख्स (Photo Credits: ANI/File Photo)

अगरतला: त्रिपुरा (Tripura) के अगरतला (Agartala) में एक कोविड-19 (COVID-19) देखभाल केंद्र से 30 कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के भागने से हड़कंप मच गया है. पश्चिम त्रिपुरा जिले के डीएम शैलेश यादव (Shailesh Yadav) ने बताया कि सभी लोग त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (Tripura State Rifles) के भर्ती रैली में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से यहां आए थे. उन्होंने कहा “भागने वाले लोगों के हमारे पास पते और मोबाइल नंबर हैं. हमने उनके बारे में पता किया लेकिन वे त्रिपुरा छोड़ने में सफल रहे. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.” कोरोना वायरस से महिला एवं उसके दो बेटों की मौत, गम में बहू ने की आत्महत्या

मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस सभी फरार संक्रमितों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर खोजबीन शुरू कर दी है. अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अनिर्बन दास ने कहा कि "ये लोग गुरुवार तड़के अगरतला के बाहरी इलाके में अरुंधति नगर में पंचायत राज प्रशिक्षण संस्थान के कोविड केयर सेंटर से भाग निकले." दास ने कहा, "हमने रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों सहित सभी संभावित स्थानों को सतर्क कर दिया है. भागने वाले कोविड रोगियों का पता लगाने के लिए खोज जारी है."

एक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि "उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के लोग हाल ही में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) में राइफलमैन के रूप में भर्ती के लिए साक्षात्कार में भाग लेने आए थे. हालांकि, त्रिपुरा सरकार ने कोविड मामलों में उछाल को देखते हुए भर्ती के लिए बाहरी और शारीरिक टेस्ट स्थगित कर दिए."

उल्लेखनीय है कि त्रिपुरा सरकार ने कोविड-19 के प्रसार पर काबू पाने के लिए अगरतला नगर निगम सीमा क्षेत्र में गुरुवार से अनिश्चितकाल के लिए रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक का रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है. जरूरी सेवाओं को कर्फ्यू के दायरे से बाहर रखा गया है. मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने एक बैठक में यह निर्णय लिया गया. राज्य में सामने आ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के ज्यादातर मामले इस राजधानी शहर से हैं. राज्य में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 34 हजार के पार हो गए है. जबकि 390 से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है. (एजेंसी इनपुट के साथ)

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