ट्रकों और बसों की हड़ताल आज से: आम आदमी पर होगा ये बड़ा असर, जानिए क्या है ट्रांसपोर्ट्स की मांगें
ट्रक हड़ताल का सीधा असर आम आदमी पर होता हैं, क्योंकि ट्रक हड़ताल से दूध-सब्जी और बाकी सामानों की सप्लाई बंद हो जाएगी.
नई दिल्ली: टोल नाकों पर ट्रकों को फ्री करने, डीजल के दामों में कमी करने समेत कई मुद्दों को लेकर ट्रक मालिक आज राष्ट्रव्यापी हडताल पर है. इसी कड़ी में बताना चाहते हैं कि देश के 90 लाख से अधिक ट्रकों के पहिए आज थम जाएंगे. हालांकि केन्द्र सरकार की ट्रक आॅपरेटर्स यूनियन के पदाधिकारियों से वार्ता चल रही है. सूत्रों का कहना है कि सरकार ने ट्रांसपोर्टर्स को मनाने के लिए कुछ रियायतें देने की पेशकश की थी. इसमें लोडिंग सीमा के बढ़ाने के साथ-साथ दो ड्राइवर की अनिवार्यता, फिटनेस सर्टिफिकेट और ओवरलोडिंग पर रियायत जैसी पेशकश की गई थी.
बता दें कि ट्रक हड़ताल का सीधा असर आम आदमी पर होता हैं, क्योंकि ट्रक हड़ताल से दूध-सब्जी और बाकी सामानों की सप्लाई बंद हो जाएगी. ऐसे में डिमांड बनी रहेगी और सप्लाई घट जाएगी. लिहाजा आम आदमी को इन चीजों के लिए ज्यादा दाम चुकाने होंगे.
ये रही ट्रांसपोर्ट्स की मांगें-
बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने मांग की कि डीजल की कीमतों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए या फिर मौजूदा समय में इनपर केन्द्रीय व राज्यों की तरफ से लगने वाले टैक्स को कम किया जाए.
थर्ड पार्टी बीमा प्रिमियम पर जीएसटी (GST) की छूट मिले और इससे एजेंट्स को मिलने वाले अतिरिक्त कमिशन को भी खत्म किया जाए.
टोल कलेक्शन सिस्टम को भी बदला जाए क्योंकि टोल प्लाजा पर र्इंधन और समय के नुकसान से सालाना 1.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होता है.
इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 44AE में प्रिजेंप्टिव इनकम के तहत लगने वाले टीडीएस को बंद किया जाए और र्इ-वे बिल में संशोधन हो.