'बिहार की बहन और बेटियों के लिए नहीं होगी अवसरों की कमी', पीएम मोदी ने दिया भरोसा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बिहार की ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए एक बड़ी पहल का शुभारंभ करेंगे. इसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी.पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "बिहार की अपनी माताओं, बहनों और बेटियों के पास अवसरों की कोई कमी न रहे, इसके लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
नई दिल्ली, 2 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार को बिहार (Bihar) की ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए एक बड़ी पहल का शुभारंभ करेंगे. इसकी जानकारी खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से दी.पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, "बिहार की अपनी माताओं, बहनों और बेटियों के पास अवसरों की कोई कमी न रहे, इसके लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी कड़ी में आज दोपहर करीब 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ग्रामीण महिला उद्यमियों के लिए एक बड़ी पहल का शुभारंभ करूंगा."
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ करेंगे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री संस्था के बैंक खाते में 105 करोड़ रुपए भी हस्तांतरित करेंगे. जीविका निधि की स्थापना का उद्देश्य जीविका से जुड़े सामुदायिक सदस्यों को सस्ती ब्याज दरों पर आसानी से धन उपलब्ध कराना है. जीविका के सभी पंजीकृत क्लस्टर-स्तरीय फेडरेशन इस संस्था के सदस्य बनेंगे. इस संस्था के संचालन के लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही धनराशि का योगदान करेंगी. यह भी पढ़ें : Maratha Reservation: मनोज जरांगे को आजाद मैदान खाली करने का आदेश, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर भी दर्ज किया केस
पिछले कुछ वर्षों में जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लघु उद्यमों और उत्पादक कंपनियों की स्थापना हुई है. हालांकि, महिला उद्यमियों को अक्सर 18 प्रतिशत से 24 प्रतिशत तक की ऊंची ब्याज दरें वसूलने वाले सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता था.
जीविका निधि को सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भरता कम करने और कम ब्याज दरों पर समय पर बड़ी ऋण राशि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक वित्तीय प्रणाली के रूप में बनाया गया है. यह प्रणाली पूरी तरह से एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करेगी, जिससे जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे और तेजी से पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होगा. इसे सुविधाजनक बनाने के लिए 12,000 सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट से लैस किया जा रहा है.