मुंबई: 2019 लोकसभा चुनाव से पहले मौजूदा सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है. दरअसल वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे (Anna Hazare) 30 जनवरी (30 January) से एक बार फिर लोकपाल और लोकायुक्त (Lokpal and Lokayukta Act) नियुक्ति की मांग को लेकर भूख हड़ताल करने जा रहे है. इस बार वे अपने इस भूख हड़ताल को दिल्ली में नहीं बल्कि अपने गांव रालेगढ़ सिद्धि में करेंगे. बता दें कि हाल ही में अन्ना हजारे ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखकर लोकायुक्त नियुक्त करने की मांग की थी. लेकिन उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया.
अपने अनशन को लेकर अन्ना हजारे ने कहा कि ,"लोकपाल कानून साल 2013 में बना. उसके बाद साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी की देश में सरकार आई. उन्हें सरकार से कुछ लगा कि शायद कुछ होगा, लेकिन बीते 5 साले में इस सरकार ने भी कुछ नहीं किया. इसलिए उन्होंने ये तय किया है कि वे 30 जनवरी से अपने गांव रालेगण सिद्धि से भूख हड़ताल करेंगे. यह भी पढ़े: अन्ना हजारे ने PM मोदी को उनके वादे याद दिलाए, फिर अनशन की दी चेतावनी
Anna Hazare: Law ( Lokpal&Lokayuktas Act) was made in 2013, then Modi govt came in power in 2014, we felt that something will be done now, but they did nothing in last five years. So I have decided to go on a hunger strike from 30 January, in my village Ralegan Siddhi. pic.twitter.com/UAGIIxk4pf
— ANI (@ANI) January 19, 2019
बता दें कि अन्ना हजारे अपने इस अनशन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार देशवासियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है. इसलिए उन्हें फिर से एक बार अनशन पर बैठना पड़ रहा है. पत्र में उन्होंने यह भी कहा है कि लोकपाल और लोकायुक्त जैसे महत्वपूर्ण कानून पर अमल नहीं होना और बिल लागू करने को लेकर सरकार के बार बार के झूठे आश्वासन को अब वे बर्दाश्त नहीं कर सकते. इसलिए उन्होंने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन से आन्दोलन करने को लेकर फैसला लिया है.