सबरीमला मंदिर के कपाट आज तीसरी बार खुलने जा रहे हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के महिलाओं के प्रवेश की इजाजत देने के बाद विवाद जारी है. मंदिर में महिलाओं को प्रवेश न करने देने पर प्रदर्शकारी अड़े हुए हैं. सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई और छह अन्य महिलाओं को हिंदू कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा हैं. उन्हें कोच्चि हवाईअड्डे से बाहर निकलने ही नहीं दिया जा रहा. तृप्ती देसाई सहित करीब 500 महिलाओं ने केरल पुलिस की वेबसाइट पर सबरीमला मंदिर के दर्शन के लिए पंजीकरण करवाया है.
वहीं तृप्ति देसाई ने बताया कि वे तड़के साढ़े चार बजे कोच्चि एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे. लेकिन वहां तब से ही प्रदर्शनकारी एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं. इस दौरान उन्होंने 2-3 बार टैक्सी बुक करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी ड्राइवरों को धमका रहे हैं. हवाईअड्डे पर पहुंचने से पहले कार्यकर्ता देसाई ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से सुरक्षा का आग्रह किया. इस दौरान उन्होंने अपने सहयोगीयों के साथ जमीन पर बैठकर नाश्ता किया.
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Kochi: Trupti Desai, founder of Bhumata Brigade, having breakfast at Cochin International Airport as she hasn't been able to leave the airport yet due to protests being carried out against her visit to #Sabarimala Temple. #Kerala pic.twitter.com/ILDV7silTx
— ANI (@ANI) November 16, 2018
बता दें कि सबरीमला मंदिर में 10-50 साल की उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर सदियों पुरानी पाबंदी को हटाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने के माकपा की अगुवाई वाली केरल सरकार के फैसले के खिलाफ विपक्षी कांग्रेस, भाजपा, आरएसएस और दक्षिणपंथी संगठन कई प्रदर्शन कर चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सभी आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने देने के अपने आदेश पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया था.