राजस्थान में पांच लोगों का एक गिरोह कॉल गर्ल का लालच देकर लोगों को हनी ट्रैफ में फंसाता था और फिर लड़की से मिलने बुलाने के बहाने उन्हें लूट लेता था. पुलिस ने इस गैंग का भंडाफोड़ करते हुए उसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरोह ने 6 महीने में करीब 800 लोगों को शिकार बनाया और उनसे 5 करोड़ रुपये की ठगी की.
गिरोह के मास्टरमाइंड ने एक ऐप बनाया था और उस पर खूबसूरत लड़कियों की प्रोफाइल डालकर लोगों को ऑनलाइन कॉल गर्ल बुक करने का झांसा देता था. जैसे ही कोई उनसे संपर्क करता था तो वे उसे लड़की पहुंचाने के बहाने सुनसान इलाके में बुला लेते थे और वहां बंदूक के बल पर उसके साथ लूटपाट करते थे. Breast Cancer: भारत में 40 साल से कम उम्र की 25 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर से प्रभावित, डराने वाली रिपोर्ट आई सामने
पुलिस ने गिरोह के कई लोगों को बीते अगस्त महीने में पकड़ा भी था, लेकिन फिर भी इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा था. अब मास्टरमाइंड राकेश मीना के पकड़े जाने के बाद मामले में कई खुलासे हुए हैं. आरोपी अपने दोस्त अंकित के साथ मिलकर कॉल गर्ल सप्लाई के लिए बनाई गई वेबसाइट TOTTAXX के जरिए पूरी धोखाधड़ी करता था.
आरोपी वेबसाइट पर लड़कियों के इंस्टाग्राम प्रोफाइल से एक्सेस की गई तस्वीरें पोस्ट करते थे और उनके झूठे नाम बताए जाते थे. वह ग्राहकों का भरोसा हासिल करने के लिए ऑनलाइन पेमेंट की जगह कैश पेमेंट का विकल्प देते थे. आरोपी ने व्हाट्सएप पर लड़की से सीधे चैट करने या कॉल करने का सुविधा दी थी, जैसे ही ग्राहक इस पर क्लिक करता था, व्हाट्सएप चैट खुल जाती थी.
चैट में ग्राहकों को सिर्फ Hi ही लिखना होता था. मैसेज मिलते मॉडलों की 10 से 15 इंस्टाग्राम से चोरी की गई तस्वीरें ग्राहक को व्हाट्सएप पर मिल जाती थी. जब ग्राहक भेजी गई तस्वीरों में से किसी लड़की को चुन लेता था तो आरोपी उसका रेट तय करते थे. इसके बाद ग्राहक से लड़की को ड्रॉप करने की जगह पूछी जाती थी. फिर 3 से 4 बदमाश कार में लड़की को लेकर उसी लोकेशन पर पहुंचते थे.
जब ग्राहक बताई गई जगह पर पहुंच जाता था तो वे उसे दूर से कार में लड़की दिखाते थे और ग्राहक से कैश ले लेते थे. फिर जब ग्राहक लड़की को साथ भेजने के लिए कहता तो वे उसे हथियार दिखाकर धमकाते और उसे भगा देते.